देहरादून: 26 जनवरी को दिल्ली में किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर प्रदर्शनकारियों ने जो उत्पाद मचाया था उसको लेकर उत्तराखंड यूथ कांग्रेस के ट्वीट अकाउंट के विवादित ट्वीट किया गया. हालांकि बाद में इसे डिलीट कर दिया था. वहीं इस मामले पर अब कांग्रेस नेताओं की सफाई आई है. कांग्रेस नेताओं ने विवादित ट्वीट का खंडन करते हुए कहा कि उनकी पार्टी किसी भी तरह की अराजकता का समर्थन नहीं करती है. यदि कोई गलत तरीके से ट्वीट करता है या फिर गलत बयानबाजी करता तो कांग्रेस उसका समर्थन नहीं करती है.
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उत्तराखंड में कांग्रेस प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी ने कहा कि कांग्रेस हिंसा का समर्थन कभी नहीं करती है. कांग्रेस की सीधी सी मांग है कि जो तीन काले कानून सरकार ने किसानों के ऊपर थोपे हैं, उन्हें वापस लिया जाए.
विवादित ट्वीट पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा ही अहिंसावादी तरीके से आंदोलन को चलाती आई है. ऐसे में यदि कोई किसानों को बरगलाता है, तो कांग्रेस की ऐसी परंपरा नहीं रही है. अगर कोई गलत तरीके से ट्वीट करता है या गलत बयानबाजी करता है तो पार्टी उसका समर्थन नहीं करती हैं. हालांकि उनकी जानकारी में ऐसा कोई ट्ववीट नहीं आया है.
वहीं, इसी मामले पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कांग्रेस की तरफ से कोई ट्वीट नहीं किया गया है. क्योंकि अराजक तत्वों को कांग्रेस ने कभी समर्थन नहीं दिया है. लाल किले पर सिर्फ तिरंगा फहराया जा सकता है. वहां जिसने भी झंडा फहराया कांग्रेस उसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है. लाल किले पर 26 जनवरी को जो भी हुआ है वो सब बीजेपी और आरएसएस के इशारे पर हुआ है.