देहरादून: बीते दिनों जब कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा काऊ के दिल्ली पहुंचे थे तभी से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था कि कहीं यशपाल आर्य की तरह ही हरक और विधायक उमेश भी कांग्रेस में 'घर वापसी' न कर लें. उस समय तो राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने दिल्ली में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम और पार्टी अध्यक्ष नड्डा से मुलाकात करवाकर स्थिति संभाल ली थी, लेकिन एक वीडियो सामने आने के बाद फिर से चर्चाएं तेज हो गई हैं.
दरअसल, आज सुबह विधायक उमेश शर्मा काऊ, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के निजी आवास पर पहुंचे. हरक ने सभी का गर्मजोशी से स्वागत किया. यही नहीं, चारों लोगों के बीच बंद कमरे में करीब दो घंटे तक बातचीत का दौर चला.
गौर हो कि पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के कांग्रेस में शामिल होने के बाद से ही चर्चाओं का बाजार इस बात को लेकर गर्म था कि बाकी बागी नेताओं में से कुछ और नेता भी कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं. इसी बीच, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के आवास पर कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी इस बात को और बल देती नजर आ रही है. हालांकि, अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है लेकिन जैसे-जैसे राजनीतिक समीकरण बदलते आ रहे हैं, ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि चुनाव से पहले ये नेता भी दल बदल लें तो हैरानी नहीं होगी.
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सूत्रों के हवाले से खबर है कि प्रीतम सिंह और AICC सदस्य ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी को बागियों से बातचीत करने की जिम्मेदारी दी गई है. हालांकि, करीब 2 घंटे बंद कमरे में हुई मुलाकात के बाद बाहर आए नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने मुस्कुराते हुए सिर्फ इतना ही कहा कि फिलहाल अभी कोई बात नहीं है. हरक सिंह रावत पहले उनके दल में थे और उनके मित्र हैं, जिसके चलते वो उनसे मुलाकात करने आए थे.
वहीं, बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह उनके क्षेत्र की एक परियोजना के मामले में उनसे मुलाकात करने आए थे. ये मुलाकात कोई राजनीतिक मुलाकात नहीं थी, क्योंकि कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है.