देहरादून: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बार फिर बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा है. हरीश रावत ने बढ़ती महंगाई पर केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब हालत यह हो गई है कि मुझे अपने सहयोगी से दोबारा सब्जी गर्म करने के लिए मना करना पड़ता है, क्योंकि गैस की बचत जो करनी है. उन्होंने बिजली के बढ़ रहे दामों पर भी धामी सरकार पर जमकर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि वो अपने सहयोगी को बाथरूम में तभी बिजली जलाने के कहते हैं, जब उन्हें सेविंग करनी हो, बाकी समय बिजली बंद करने को कहते हैं.
हरीश रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि आपने कम से कम सब्जी और दाल खरीदने के लिए मजबूर तो कर दिया है. महंगी दाल, सब्जी आदि के पिंच को कोई भी सामान्य वर्ग का व्यक्ति ऐसा नहीं है, जो इसे महसूस नहीं कर रहा हो. उन्होंने रसोई गैस के दामों पर भी केंद्र सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि आज हालत यह हो गई है कि मुझे अपने सहयोगी को यह कहना पड़ रहा है कि जब खाना बनता है तो मेरे लिए बाद में दोबारा सब्जी गर्म करने की आवश्यकता ना पड़े, क्योंकि गैस की बचत जो करनी है. उन्होंने बढ़ती महंगाई पर धामी सरकार पर भी हमला बोला है.
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हरदा ने कहा कि धामी जी ने भी बढ़ रही महंगाई पर बढ़िया तड़का लगाया है. उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का भी धन्यवाद अदा करते हुए कहा कि मैंने अपने सहयोगी से यह भी कहा है कि बाथरूम की तभी लाइट जलाओ, जब कभी मुझे दाढ़ी बनानी हो. जबकि अन्य समय बिजली जलाने की आवश्यकता नहीं है. हरीश रावत का कहना है कि इस तरह से लोगों को बढ़ती महंगाई पर बचत करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि वह छह बार सांसद, विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जब उन्हें बढ़ती महंगाई को देखते हुए इस तरह से बचत करनी पड़ रही है तो सामान्य वर्ग के लोग आखिर कहां जाएंगे और वह क्या करेंगे.