देहरादून: बुधवार को कैबिनेट बैठक में राज्य के सभी स्कूलों को खोले जाने पर चर्चा की गई. इसके साथ ही कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी एक नवंबर से दसवीं और बारहवीं के स्कूल खुल जाएंगे. स्कूल खोले जाने को लेकर सरकार जल्द ही एसओपी जारी करने जा रही है. वहीं कांग्रेस ने स्कूल खोले जाने का विरोध करते हुए सरकार के इस निर्णय को छात्रों की जीवन के साथ खिलवाड़ बताया है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि इस प्रदेश के भीतर बड़ी अजीबोगरीब स्थिति बनी हुई है. केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार राज्य सरकार आगे बढ़ रही है, मगर प्रदेश के सीएम अपने विवेक का कहीं इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. प्रीतम सिंह ने कहा कि कोई अभिभावक कोरोना की महामारी में अपने बच्चों को की जान दांव पर लगाने को तैयार नहीं है.
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इस संक्रमण की भविष्य में क्या स्थिति रहेगी, पहले सरकार को इसका अध्ययन करना चाहिए था. प्रदेश में कोरोना दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और सरकार सारी चीजें खोल रही है. प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार को पहले अभिभावकों की राय लेनी चाहिए इसके साथ-साथ राज्य सरकार का यह दायित्व बनता है कि हर विद्यालय में मास्क, सैनिटाइजर की व्यवस्था होने के साथ ही विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग में बैठाने का भी इंतजाम किया जाये, जिसके बाद ही ये काम किये जाये.
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कांग्रेस ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ यदि सरकार इस तरह का खिलवाड़ करेगी तो उस कांग्रेस कभी सहमत नहीं है. सरकार के इस निर्णय से अभिभावक भी सहमत नहीं हैं.