मसूरी : कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने प्रदेश सरकार पर प्रवासी को स्वरोजगार से न जोड़े जाने पर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश में विभिन्न राज्यों से करीब 5 लाख प्रवासी अपने गांव लौटे हैं, लेकिन त्रिवेंद्र सरकार द्वारा उनको प्रदेश में रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं, जिससे प्रवासी काफी परेशान हैं और रोजगार के लिए अन्य राज्यों में काम की तलाश में जाने का मन बना रहे हैं.
जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड में पलायन की बहुत बड़ी समस्या है. वहीं, कोरोना ने उसको रिवर्स करने का काम किया. ऐसे में राज्य में 5 लाख से ज्यादा प्रवासी प्रदेश लौटे हैं, जिससे बंजर पड़े सैकड़ों गांव में रौनक लौटी है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने का काम नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अधूरे मन से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना लॉन्च की गई, लेकिन योजना के बारे में सही तरीके से प्रचार-प्रसार न किए जाने के कारण प्रवासी योजना का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि योजना को लेकर गांव में जागरुकता अभियान चलाकर नियमों में सरलीकरण किया जाए, जिससे प्रवासियों को प्रदेश में रोका जा सके.
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जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि प्रदेश सरकार पर कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा महंगाई और भाजपा की गलत नीतियों को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन करने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. बीजेपी सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर कांग्रेसियों पर मुकदमे दर्ज कर कांग्रेस की आवाज को शांत करना चाहती है, लेकिन ऐसा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा के बड़े नेता खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कोविड-19 के सारे नियमों का ताक पर रखकर उल्लंघन कर रहे हैं. उन पर मुकदमे दर्ज नहीं किए जा रहे हैं. मात्र कांग्रेस को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता की आवाज बनकर प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार के द्वारा लगातार अपनाई जा रही गलत नीतियों को लेकर प्रदर्शन करती रहेगी चाहे अंजाम जो भी हो.