देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो गया. राज्यपाल के अभिभाषण शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया. इस दौरान कांग्रेसियों ने रुड़की शराब कांड को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और आबकारी मंत्री प्रकाश पंत की इस्तीफे की मांग की. उनका कहना है कि सरकार की लापरवाही से ये बड़ी घटना हुई है. वहीं, हंगामे को देखते हुए सदन 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है.
दरअसल, बजट सत्र के पहले दिन सुबह 10.56 बजे राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अपना अभिभाषण शुरू किया. राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही कांग्रेस विधायक हंगामा करने लगे. कांग्रेसियों का कहना है कि सदन तय समय से चार मिनट पहले शुरू हुआ है. जो नियमों को उल्लंघन है. वहीं रुड़की शराब कांड में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और आबकारी मंत्री प्रकाश पंत की तत्काल प्रभाव से इस्तीफा की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही कई लोगों की जानें गई है. साथ ही कहा कि प्रदेश में असंवेदनशील सरकार है.
वहीं, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने आरोप लगाया कि सरकार ने संसदीय परंपरा को तोड़ने का काम किया है. उन्होंने कहा कि सदन में राज्यपाल का अभिभाषण 11:00 बजे से शुरू होना था, लेकिन अभिभाषण समय से पहले शुरू किया गया, जबकि पूरा विपक्ष वहां पर नहीं पहुंचा था.
हृदयेश ने कहा कि सरकार में कई वरिष्ठ विधायक भी हैं. जिन्हें संसदीय परंपरा का ज्ञान होने के बावजूद भी इस तरह का कृत्य कर रहे हैं. साथ ही कहा कि विपक्ष को भी सरकार अनदेखा कर रही है.
वहीं, मामले पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि ये एक परंपरा है. महामहिम को गार्ड की सलामी के सदन में ले जाया जाता है. साथ ही कहा कि घड़ियों में समय अलग-अलग हो सकता है. जिस वजह से विपक्ष हंगामा कर रहा है,. इस तरह का आरोप लगाना सही नहीं है.