देहरादून: प्रदेश में कोरोना की रोकथाम, राज्य की बदहाल स्वास्थ्य सुविधाएं, अल्मोड़ा में गर्भवती महिलाओं की मौत, टिहरी के प्रताप नगर में स्वास्थ्य केंद्रों में एक्स-रे टेक्नीशियन की नियुक्ति किए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात की और इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा.
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि सूबे में कोरोना संक्रमण के चलते हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. समूचे प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या साढ़े 16 हजार के पार चली गई है. वहीं, इस संक्रमण से राज्यभर में सवा दो सौ लोगों की जान चली गई है. परंतु सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने में नाकाम साबित हो रही है.
उन्होंने कहा कि कोरोना ने मुख्यमंत्री आवास और राजभवन में भी दस्तक दे दी है. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जैसे इस संक्रमण का सामुदायिक फैलाव शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि 15 मार्च को जब राज्य में कोरोना संक्रमण का पहला मामला आया था, तब 16 मार्च को उन्होंने सरकार और स्वास्थ्य विभाग को सचेत किया था. सरकार द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. जिस कारण आज राज्य में कोरोना संक्रमण नियंत्रण से बाहर हो गया है.
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कांग्रेस ने स्वास्थ्य सचिव से मांग की है कि सरकार और स्वास्थ विभाग को आने वाले दिनों में गंभीर स्थितियों के लिए तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने गैरसैंण और अल्मोड़ा की गर्भवती महिलाओं की मौत के मामले में भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है.
इस दौरान स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर शासन लगातार चिंतित है. हम लगातार स्थितियों से निपटने के लिए ठोस रणनीति बना रहे हैं. वहीं, सामाजिक फैलाव की स्थितियों से निपटने की तैयारी भी स्वास्थ विभाग कर रहा है.