देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस ने त्रिवेंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अन्य राज्यों में फंसे उत्तराखंड के लोगों को वापस लाने के लिए क्या प्रदेश सरकार को केंद्र सरकार की अनुमति लेनी होगी.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हरिद्वार में फंसे गुजरात के लोगों को जिस प्रकार प्रदेश सरकार ने वापस भेजा था, उसी प्रकार की तत्परता सरकार अन्य प्रदेशों के लोगों को भेजने में दिखाती तो बेहतर होता. लेकिन गुजरात के लोगों को वापस भेजने के बाद राज्य सरकार कुंभकर्ण की नींद सो गई है. उसे दूसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंड के लोगों को वापस लाने की चिंता नहीं है.
ये भी पढ़ें: पीएम मोदी के नाम से हुई गंगोत्री धाम में पहली पूजा
प्रीतम सिंह ने कहा कि गुजरात के 1800 लोगों को सरकार ने अप्रैल के शुरुआती हफ्ते में ही गुजरात वापस भेज दिया था. उसके बाद से त्रिवेंद्र सरकार कुंभकर्ण नींद में सो गई है. जिस तरह कुंभकर्ण को नींद से जगाने के लिए ढोल-नगाड़े बजाए जाते थे. वही हालत राज्य सरकार की हो गई है. उत्तराखंड सरकार 6 महीने सोती है और 6 महीने जागती है.
प्रीतम सिंह ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सरकार केंद्र के कहने पर राज्य की परिस्थतियों को देखें बिना निर्णय ले लेती है. दिल्ली में जो निर्णय लिया जाता है, वही निर्णय राज्य सरकार लेती है.
प्रदेश सरकार कह रही है कि उत्तराखंड के 9 जिले कोरोना मुक्त हो गए हैं. ऐसे में सरकार का दायित्व बनता है कि उन 9 जिलों पर कोई फैसला ले. लेकिन त्रिवेंद्र सरकार ठीक उल्टे केंद्र के निर्देशों पर फैसला लेती है और अपने विवेक का इस्तेमाल नहीं करती है.