देहरादून: केंद्रीय संस्थान CSIR IIP में चल रहे वन वीक वन लैब प्रोग्राम के समापन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईआईटी के वैज्ञानिकों को उनकी विधानसभा सीट चंपावत में सस्टेनेबल डेवलपमेंट के मॉडल तैयार करने के लिए आभार व्यक्त किया. वहीं 'वन वीक वन लैब' प्रोग्राम के समापन के मौके पर आईआईपी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम) में हुए कार्यक्रम में कई शोधकर्ता, वैज्ञानिक और तकनीकी एजेंसियों के प्रमुख मौजूद रहे. देहरादून स्थित सीएसआईआर, भारतीय पेट्रोलियम संस्थान में आयोजित 'वन वीक वन लैब' कार्यक्रम का बुधवार को समापन हो गया.
चंपावत में रखी सस्टेनेबल मॉडल की नींव: सप्ताह भर चले इस कार्यक्रम में देश और राज्य की विज्ञान से जुड़ी तमाम योजनाओं, शोध गतिविधियों और विज्ञानिक संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई. इस मौके पर आईआईपी देहरादून के वैज्ञानिकों द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधानसभा सीट चंपावत के 4 ब्लॉक में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर एक सस्टेनेबल मॉडल की नींव रखे जाने और इसके सफलतम प्रयोग को लेकर खुद मुख्यमंत्री ने संस्थान को अपना शुभकामना संदेश दिया. मुख्यमंत्री ने बताया कि उनके द्वारा संस्थान को विकास का एक ऐसा आधुनिक मॉडल तैयार करने को कहा गया था, जिसमें हमारी प्रकृति, पर्यावरण और विकास तीनों का सामंजस्य एक ही दिशा में हो. जिस पर देहरादून भारतीय पेट्रोलियम संस्थान ने पहले चरण में चंपावत के कुछ ब्लॉक पर यह प्रयोग किया गया है.
मुख्यमंत्री ने वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया: वहीं आज 'वन वीक वन लैब' कार्यक्रम के समापन पर बतौर मुख्य अतिथि महानिदेशक यूकोस्ट प्रो. दुर्गेश पंत और विशेष अतिथि के तौर पर निदेशक सीएसआईआर प्रो. प्रदीप कुमार मौजूद रहे. इस दौरान देश में ऊर्जा संरक्षण के विकास के लिए संस्थान द्वारा किये गये शोध और उपलब्धियों पर प्रस्तुति दी गई. कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों के निदेशकों के साथ चर्चा की गई. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद पहुंचने वाले थे, लेकिन किसी कारणवश वह नहीं पहुंच पाये लेकिन उन्होंने अपना संदेश संस्थान तक पहुंचाया. अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की सफलता के साथ चंपावत में हो रहे सांइस से जुड़े कार्यक्रमों के लिए संस्थान के वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया.
युवाओं को मिलेगा विज्ञान का बेहतर माहौल: कार्यक्रम में मौजूद चीफ गेस्ट महानिदेशक यूकोस्ट ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में हुए तमाम कार्यक्रम देश को ऊर्जा संरक्षण से जुड़ी नीतिगत विकास की नई दिशा देने में ले जाने में सहायक साबित होंगे. उन्होंने इस बात की सराहना की कि आईआईपी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक बार बोलने पर उनकी विधानसभा क्षेत्र में वैज्ञानिक विकास मॉडल तैयार करके दिखाया. अब यूकोस्ट जल्द ही चंपावत में एक साइंस सेंटर बनाएगा. जिससे चंपावत के युवाओं को विज्ञान का स्वस्थ और बेहतर माहौल मिलेगा. आपको बता दें कि सीएम के मिशन चंपावत के विकास मॉडल के तहत यूकोस्ट के डीजी दुर्गेश पंत को समन्वयक बनाया गया है. साथ ही उन्होंने कई वैज्ञानिक संस्थानों को इस मिशन में साथ जोड़ा है. इस मिशन का उद्देश्य चंपावत के लोगों और काश्तकारों को वैज्ञानिक अनुसंधानों का सीधा लाभ पहुंचाना है.
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CSIR-IIP के डायरेक्टर डॉ. अंजन रे ने इस मौके पर कहा कि वन वीक वन लैब एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें पूरे देश के परिप्रेक्ष्य में सतत विकास की योजनाओं पर चर्चा की जाती है, जो हमारे कल के लिए और मानव सभ्यता के बेहतर भविष्य के लिये जरूरी है. उन्होंने कहा कि देश को बायो फ्यूल देकर वैश्विक स्तर पर भारत की कार्बन उत्सर्जन के क्षेत्र में छवि को सुधारने की बात हो या फिर प्लास्टिक से डीजल बनाने की बात हो पिछले कुछ सालों में संस्थान ने कई ऐतिहासिक शोध और प्रयोग देश को दिये हैं. ये प्रयोग आने वाले समय में देश के लिए पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में हितकारी साबित होंगे.