देहरादून: जिलाधिकारी कार्यालय देहरादून में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और उन्होंने जनता दरबार में अपनी शिकायतों को रखा. इस दौरान कई लोग ऐसे भी थे जो पहले भी कई चक्कर जनता दरबार के लगा चुके थे और उनकी समस्याओं का समाधान अब तक नहीं हो पाया. इस बीच आरोप यह भी लगे कि जिलाधिकारी तो आदेश कर रही हैं, लेकिन अधीनस्थ उनके आदेशों को मानते ही नहीं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में तमाम जिलाधिकारी जनता दरबार के जरिए लोगों की समस्या सुन रहे हैं. देहरादून जिलाधिकारी सोनिका भी इसी तरह लोगों की समस्याओं को सुन रही हैं. लेकिन दिक्कतें इस बात की आ रही हैं कि कई फरियादी इन जनता दरबार में पहुंचकर भी अपनी समस्या का समाधान नहीं पा रहे हैं. हालांकि जनता दरबार में अधिकतर शिकायतें जमीनों के विवाद या भूमाफिया के कब्जे से जुड़ी आ रही हैं. लेकिन ऐसी कई दूसरी शिकायतें भी हैं, जिनको फरियादी जिलाधिकारी के पास पहुंच कर रख रहे हैं. जिलाधिकारी कार्यालय में अपनी समस्या लेकर आए ऐसे ही एक फरियादी ने अपनी समस्या बताते हुए जिलाधिकारी के आदेशों की अवहेलना होने का दावा किया है.
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पूर्व सैन्य कर्मी ने कहा कि वह कई बार जिलाधिकारी के जनता दरबार में आ चुके हैं. लेकिन जिलाधिकारी की तरफ से आदेश करने के बावजूद नगर निगम और बाकी विभाग के अधिकारी समस्या का समाधान नहीं कर रहे. बात केवल सोहन सिंह सजवान की ही नहीं है. ऐसे दूसरे मामले भी आए हैं जो पिछले कई सालों से फरियादियों की मुश्किलों को बढ़ा रहे हैं. लेकिन अधिकारी इनका समाधान नहीं कर पाए.
हालांकि जिलाधिकारी कार्यालय की तरफ से अब तक ऐसा कोई आंकड़ा भी नहीं दिया गया है कि यहां पहुंचने वाले फरियादियों में कितने प्रतिशत फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. बहरहाल जिलाधिकारी सोनिका बताती हैं कि जनता दरबार में पहुंचने वाले लोगों की समस्याओं के समाधान की कोशिश की जाती है. हालांकि कई लोगों के मामले जमीन से जुड़े होते हैं और इसमें समाधान निकलने में समय लगता है.