देहरादून: डोइवाला के निजी स्कूल में जबरन धर्मांतरण के मामले को लेकर अभी तक कुछ भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. जिलाधिकारी एस ए मुरुगेशन ने एसडीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर अपनी रिपोर्ट तो सौंप दी, लेकिन जबरन धर्मांतरण को लेकर स्थिति को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं है.
देहरादून के डोइवाला क्षेत्र में 7वीं में पढ़ने वाले छात्र की हत्या मामले में स्कूल की कार्यप्रणाली को लेकर एक कमेटी जांच कर रही थी. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है. खास बात यह है कि रिपोर्ट में निजी स्कूल द्वारा जबरन धर्मांतरण कराए जाने के आरोपों पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. रिपोर्ट में साफ हो गया है कि छात्र की हत्या के दौरान स्कूल की लापरवाही देखी गई थी, लेकिन स्कूल प्रबंधन छात्रों का जबरन धर्मांतरण करवाता है, इस पर स्थिति सामने नहीं आ पाई है.
ये भी पढ़ें: पूछ रहे बच्चे, बैलपड़ाव राजकीय कॉलेज में कब आएंगे अच्छे दिन?
बता दें कि डोइवाला के चिल्ड्रंस होम एकेडमी में 7वीं के छात्र की स्कूल के ही 2 छात्रों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. इसके बाद से स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लग रहे थे. यही नहीं स्कूल प्रबंधन पर जबरन धर्मांतरण करने के भी आरोप लगे थे. जिसके बाद जिलाधिकारी ने एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी गठित की जिसकी रिपोर्ट अब जिलाधिकारी को सौंप दी गई है.
जिलाधिकारी एस ए मुरुगेशन के अनुसार रिपोर्ट में धर्मांतरण की स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है, जबकि स्कूल की लापरवाही रिपोर्ट के अनुसार उजागर हो रही है.