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लच्छीवाला टोल नाका: भारी भरकम टैक्स के विरोध में व्यवसायिक वाहन स्वामी, आज करेंगे बैठक

18 फरवरी से देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर लच्छीवाला में टोल टैक्स को लेकर देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश की तमाम टैक्सी यूनियन, उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी महासंघ अध्यक्ष सुंदर सिंह पंवार के नेतृत्व में अपनी मांग को लेकर देहरादून रिस्पना पुल समीप टैक्सी यूनियन कार्यालय में बैठक करने जा रहे हैं.

Lachhiwala Toll Naka
लच्छीवाला टोल नाका
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Published : Feb 18, 2021, 2:10 PM IST

Updated : Feb 18, 2021, 2:40 PM IST

मसूरी: आज से देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर लच्छीवाला में टोल टैक्स को लेकर देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश की तमाम टैक्सी यूनियन, उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी महासंघ अध्यक्ष सुंदर सिंह पंवार के नेतृत्व में अपनी मांग को लेकर देहरादून रिस्पना पुल समीप टैक्सी यूनियन कार्यालय में बैठक करने जा रहे हैं. उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी महासंघ के साथ देहरादून के स्थानीय व्यवसायी, वाहन स्वामियों में आक्रोश व्याप्त है जिसको लेकर विरोध भी शुरू हो गया है.

भारी भरकम टैक्स के विरोध में व्यवसायिक वाहन स्वामी.

गौर हो कि देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर लच्छीवाला में फ्लाईओवर बनाया गया है. इस पर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई है. फ्लाईओवर से गुजरने वाले वाहनों को टोल टैक्स चुकाना होगा. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने टोल टैक्स की दरें निर्धारित कर दी हैं. प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक 18 फरवरी से फ्लाईओवर से गुजरने वाले अलग-अलग श्रेणी के वाहनों का टोल टैक्स निर्धारित किया गया है. इसमें सिंगल यात्रा, आना-जाना और मासिक शुल्क तय किया गया है. देहरादून जिले में पंजीकृत कमर्शियल वाहनों का टैक्स अलग से निधारित किया गया है. वहीं, प्राइवेट वाहनों को प्रति माह ₹275 चुकाने होंगे.

जानकारी के अनुसार, देहरादून जनपद में पंजीकृत हल्के वाहनों को सिंगल यात्रा के लिए 40, व्यवसायिक और छोटे माल वाहनों को 65, ट्रक एवं बस को 140, तथा बड़े वाहनों को 270 रुपये टोल टैक्स के रूप में देना होगा. इसके साथ ही स्थानीय लोगों को जो फ्लाईओवर से 20 किमी के भीतर रहते हैं उनके गैर व्यावसायिक वाहनों के लिए 275 रुपये की मासिक दरें होंगी. वहीं व्यावसायिक वाहनों पर भारी भरकम मासिक दरें रखी गयी हैं, जिसका तमाम टैक्सी यूनियन विरोध कर रही हैं.

उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी महासंघ के अध्यक्ष सुंदर सिंह पंवार ने बताया कि एक ओर सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग को बेहतर करने का काम कर रही है, वहीं उसका बोझ व्यवसायिक वाहनों पर डालने की तैयारी चल रही है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्राइवेट वाहनों का टोल टैक्स ₹275 महीने का फिक्स किया गया है, ऐसे में लोकल व्यावसायिक वाहन चालकों का भी महीने का टैक्स फिक्स किया जाना चाहिए.

पढ़ें: देवेंद्र यादव गुरुवार को आएंगे देहरादून, ज्वाइन कांग्रेस सोशल मीडिया कैंपेन का करेंगे शुभारंभ

उन्होंने कहा कि प्रत्येक चक्कर पर देने वाले टोल टैक्स का सभी स्थानीय व्यावसायिक वाहन स्वामी विरोध कर रहे हैं. इसी को लेकर देहरादून रिस्पना पुल पर उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी महासंघ, जीप एसोसिएशन और स्थानीय व्यवसायिक वाहन स्वामियों की बैठक है. जिसमें लच्छीवाला में लगने वाले टोल टैक्स को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से भी मुलाकात की जायेगी.

मामले की गंभीरता को देखते हुए उनके द्वारा मुख्यमंत्री के ओएसडी से भी समय लिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो आंदोलन के लिये देहरादून में रणनीति तैयार की जाएगी.

मसूरी: आज से देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर लच्छीवाला में टोल टैक्स को लेकर देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश की तमाम टैक्सी यूनियन, उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी महासंघ अध्यक्ष सुंदर सिंह पंवार के नेतृत्व में अपनी मांग को लेकर देहरादून रिस्पना पुल समीप टैक्सी यूनियन कार्यालय में बैठक करने जा रहे हैं. उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी महासंघ के साथ देहरादून के स्थानीय व्यवसायी, वाहन स्वामियों में आक्रोश व्याप्त है जिसको लेकर विरोध भी शुरू हो गया है.

भारी भरकम टैक्स के विरोध में व्यवसायिक वाहन स्वामी.

गौर हो कि देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर लच्छीवाला में फ्लाईओवर बनाया गया है. इस पर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई है. फ्लाईओवर से गुजरने वाले वाहनों को टोल टैक्स चुकाना होगा. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने टोल टैक्स की दरें निर्धारित कर दी हैं. प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक 18 फरवरी से फ्लाईओवर से गुजरने वाले अलग-अलग श्रेणी के वाहनों का टोल टैक्स निर्धारित किया गया है. इसमें सिंगल यात्रा, आना-जाना और मासिक शुल्क तय किया गया है. देहरादून जिले में पंजीकृत कमर्शियल वाहनों का टैक्स अलग से निधारित किया गया है. वहीं, प्राइवेट वाहनों को प्रति माह ₹275 चुकाने होंगे.

जानकारी के अनुसार, देहरादून जनपद में पंजीकृत हल्के वाहनों को सिंगल यात्रा के लिए 40, व्यवसायिक और छोटे माल वाहनों को 65, ट्रक एवं बस को 140, तथा बड़े वाहनों को 270 रुपये टोल टैक्स के रूप में देना होगा. इसके साथ ही स्थानीय लोगों को जो फ्लाईओवर से 20 किमी के भीतर रहते हैं उनके गैर व्यावसायिक वाहनों के लिए 275 रुपये की मासिक दरें होंगी. वहीं व्यावसायिक वाहनों पर भारी भरकम मासिक दरें रखी गयी हैं, जिसका तमाम टैक्सी यूनियन विरोध कर रही हैं.

उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी महासंघ के अध्यक्ष सुंदर सिंह पंवार ने बताया कि एक ओर सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग को बेहतर करने का काम कर रही है, वहीं उसका बोझ व्यवसायिक वाहनों पर डालने की तैयारी चल रही है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्राइवेट वाहनों का टोल टैक्स ₹275 महीने का फिक्स किया गया है, ऐसे में लोकल व्यावसायिक वाहन चालकों का भी महीने का टैक्स फिक्स किया जाना चाहिए.

पढ़ें: देवेंद्र यादव गुरुवार को आएंगे देहरादून, ज्वाइन कांग्रेस सोशल मीडिया कैंपेन का करेंगे शुभारंभ

उन्होंने कहा कि प्रत्येक चक्कर पर देने वाले टोल टैक्स का सभी स्थानीय व्यावसायिक वाहन स्वामी विरोध कर रहे हैं. इसी को लेकर देहरादून रिस्पना पुल पर उत्तराखंड टैक्सी-मैक्सी महासंघ, जीप एसोसिएशन और स्थानीय व्यवसायिक वाहन स्वामियों की बैठक है. जिसमें लच्छीवाला में लगने वाले टोल टैक्स को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से भी मुलाकात की जायेगी.

मामले की गंभीरता को देखते हुए उनके द्वारा मुख्यमंत्री के ओएसडी से भी समय लिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो आंदोलन के लिये देहरादून में रणनीति तैयार की जाएगी.

Last Updated : Feb 18, 2021, 2:40 PM IST
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