देहरादून: राजधानी देहरादून पढ़ाई का हब माना जाता है. जिसके चलते बाहरी राज्यों से हजारों छात्र-छात्राएं यहां पढ़ने के लिए आते हैं. वे यहां हॉस्टल और पेइंग गेस्ट में रहते हैं. अब तक हॉस्टल और पेइंग गेस्ट नगर निगम को आवासीय हाउस टैक्स देते आ रहे हैं. लेकिन अब निगम प्रशासन इन पर शिकंजा करने की तैयारी कर रहा है. नगर आयुक्त ने इन सभी पर व्यावसायिक प्रॉपर्टी टैक्स लगाने के लिए निर्देश दिए हैं.
बता दें 2019 में नगर निगम ने इन सभी व्यावसायिक टैक्स लगाने की तैयारी की थी. जिसके लिए शहर के सभी हॉस्टल और पेइंग गेस्ट के सर्वे हुआ था, लेकिन कोरोना काल के कारण यह प्रक्रिया रुक गई थी. अब नगर आयुक्त ने शहर के सभी हॉस्टल के सर्वे की रिपोर्ट की समीक्षा की है.
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राजधानी बनने के बाद देहरादून में निजी शिक्षण संस्थानों में काफी वृद्धि हुई है.शहर में प्रेमनगर और इसके आसपास ठाकुरपुर, श्यामपुर गांव, उम्मेदपुर, सुद्दोवाला, क्लेमनटाउन क्षेत्र में मोहब्बेवाला, सुभाष नगर, टर्नर रोड, नेहरू कॉलोनी में हरिद्वार बाईपास, केदारपुरम, डिफेंस कॉलोनी, धर्मपुर, राजपुर, जाखन, दून विहार, मसूरी रोड, डालनवाला, कैंट क्षेत्र, वसंत विहार, पटेल नगर, देहरखास, बंजारावाला ऐसे कई इलाके हैं, जहां बड़ी संख्या में हॉस्टल और पेइंग गेस्ट हैं.
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नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया निगम प्रशासन ने निर्णय लिया है कि शहर के सभी हॉस्टल और पेइंग गेस्ट को कमर्शियल टैक्स नियम के अंदर लाया जाएगा. इनको जल्द ही डिमांड नोटिस भेजने का काम किया जाएगा.