देहरादूनः राजधानी देहरादून की बढ़ती आबादी और बिगड़ती यातायात व्यवस्था को लेकर सरकार चिंतित है. समाधान ढूंढने निकली सरकार की खोज आखिरकार दुनिया के ऐसे शहर में जाकर पूरी हुई जो बिल्कुल देहरादून जैसा है. कोलंबिया देश का मेडिलिन शहर जहां की आबोहवा, प्राकृतिक सुंदरता, भौगोलिक संरचना और तो और इस जगह की आर्थिक स्थिति भी बिल्कुल देहरादून शहर से मेल खाती है.यही वजह है कि उत्तराखंड सरकार में शहरी विकास मंत्री, मुख्य सचिव सहित देहरादून की ट्रैफिक समस्या का हल ढूंढने निकले डेलिगेशन को कोलंबिया के इस शहर में देहरादून की ट्रैफिक समस्या का हल मिला.
गौर हो कि देहरादून जैसे छोटे व्यस्त और सघन शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लगातार विकल्प तलाश रही उत्तराखंड सरकार की तलाश कोलंबिया के मेडिलिन शहर में जाकर खत्म हुई.
मुख्य सचिव ने इस शहर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह शहर बिल्कुल देहरादून शहर से मेल खाता है और यहां की भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति भी हमारे राज्य और देहरादून शहर से मेल खाती है. यहां पर ट्रांसपोर्ट के लिए इस्तेमाल किया जा रहा रोपवे सिस्टम देहरादून के लिए बिल्कुल सटीक बैठता है.
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने इस शहर और यहां इस्तेमाल किए जा रहे रोप वे सिस्टम के बारे में बताते हुए कहा कि कोलंबिया का यह शहर प्राकृतिक रूप से देहरादून की तरह सुंदर, चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ और घाटी में बसा हुआ है जो कि आप तस्वीरों में भी देख सकते हैं. उन्होंने बताया कि शहर की सुंदरता और पर्यावरण का कम से कम नुकसान के साथ यह सिस्टम सबसे बेहतर विकल्प है.
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शहर में रोप वे ट्रांसपोर्ट सिस्टम वाली बात भले आपके लिए थोड़ा नई जरूर हो लेकिन जब आप मेडलिन शहर का रोप वे सिस्टम देखेंगे तो आपको बिल्कुल यकीन हो जाएगा. केवल सड़क के समानांतर ही नहीं बल्कि रोप वे मोहल्लों, पहाड़ी और जंगल के ऊपर से भी होकर यहां जा रहा है. मुख्य सचिव ने भी इस बात पर जोर दिया कि कोलंबिया के इस शहर में रोपवे को लेकर नए-नए प्रकार के प्रयोग किया जा रहे हैं और क्योंकि इस शहर की तुलना देहरादून से की जा रही है तो अगर उस तरह का सिस्टम यहां स्थापित किया जाता है. जल्द ही देहरादून शहर के लिए डीपीआर तैयार कर बजट के साथ ही खाका तैयार किया जाएगा. जिसके बाद अलग-अलग कंपनियों को टेंडर के माध्यम मुहूर्त रूप देने की दिशा में कार्य किया जाएगा.