देहरादून: थाना क्लेमेंट टाउन अंतर्गत 26 फरवरी को बीएससी की थर्ड ईयर छात्रा ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के बाद कारण साफ न होने पर विसरा सुरक्षित रख लिया है, जिस कारण पुलिस पूरे मामले में उलझ गई है. वहीं मृतका के परिजनों की तहरीर के आधार पर मृतका के साथी के खिलाफ दुष्कर्म ओर हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है. साथ ही पुलिस द्वारा साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि 21 वर्षीय रितिका धूलिया निवासी कोटद्वार देहरादून में टर्नर रोड पर किराये के कमरे में रहकर ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में बीएससी एग्रीकल्चर थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रही थी. मृतका 10-15 दिनों से अपने एक दोस्त जो ग्राफिक एरा में एग्रीकल्चर का छात्र हैं के साथ टर्नर रोड पर लिविंग रिलेशन में किराए पर कमरा लेकर रह रही थी. 26 फरवरी को शाम तक रीतिका का कमरा नहीं खुला तो रितिका के साथी ने दरवाजे की कुंडी तोड़कर देखा तो रीतिका ने पंखे से लटककर फांसी लगा रखी थी.
साथी ने आनन-फानन में रितिका को अस्पताल लेकर गया, लेकिन रितिका को डॉक्टरों में मृत घोषित कर दिया था. सूचना मिलते ही थाना क्लेमनटाउन पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घटनास्थल की जांच पड़ताल की, लेकिन पुलिस को सुसाइड नोट मिला था, लेकिन आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद छात्रा की मौत की गुत्थी सुलझने के बजाय उलझ गई है. रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण विसरा सुरक्षित रख लिया गया है. ऐसे में फांसी लगाने की कहानी पर सवाल उठना लाजिमी है.
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थाना क्लेमेंट टाउन प्रभारी नरोत्तम सिंह बिष्ट ने बताया कि मृतका के परिजनों की तहरीर के आधार पर मृतका के साथी के खिलाफ हत्या और दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है और साक्ष्यों के आधार पर ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.