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उत्तराखंड सरकार की नई पहल, अब कहीं से भी ऑनलाइन जमा करा सकेंगे जीवन प्रमाण पत्र - Paperless

प्रदेश के पेंशनभोगियों को ई-जीवन प्रमाण पत्र के लिए अब परेशान नहीं होना पड़ेगा. शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में ई-जीवन प्रमाण पत्र प्रदान करने हेतु आईएफएमएस सॉफ्टवेयर का शुभारम्भ किया.

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सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया ई-जीवन प्रमाण पत्र का किया लोकार्पण
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Published : Feb 7, 2020, 6:41 PM IST

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में डिजिटल माध्यम से ई-जीवन प्रमाण पत्र प्रदान करने हेतु आईएफएमएस सॉफ्टवेयर का शुभारम्भ किया. इस सॉफ्टवेयर की मदद से राज्य के पेंशन भोगी देश या विदेश, कहीं से भी अपना ई-जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन माध्यम से जमा करा सकेंगे. इस ई-जीवन प्रमाण पत्र को सीएससी केंद्र से ऑनलाइन भरा जा सकेगा.

उत्तराखंड में ई-जीवन प्रमाण पत्र के माध्यम से राज्य के पेंशनभोगियों को बहुत राहत मिलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक वर्ष ई-जीवन प्रमाण पत्र के लिए लाखों लोगों को परेशान होना पड़ता है. इस सेवा के शुरू होने से प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को ट्रेजरी के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वे पास के सीएससी केंद्र से अपना ई-जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करा सकेंगे.

ये भी पढ़ें:देहरादून: बीटेक का छात्र चरस के साथ गिरफ्तार, बेरोजगारी के चलते बना तस्कर

उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों के वृद्ध एवं अक्षम लोगों को सीएससी तक न आना पड़े, इसके लिए ई-जीवन प्रमाण पत्र जमा करवाने की व्यवस्था भी की जा सकती है. ई-जीवन प्रमाण पत्र अन्य राज्यों एवं विदेशों में रह रहे पेंशनभोगियों के लिए भी बहुत ही लाभदायक होगा. वे कहीं से भी अपना जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करा सकेंगे.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में ई-ऑफिस लागू किया गया है. ई-जीवन प्रमाण पत्र, ई-ऑफिस की दिशा में एक बेहतरीन कदम है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार पेपरलेस व्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ रहा है.

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में डिजिटल माध्यम से ई-जीवन प्रमाण पत्र प्रदान करने हेतु आईएफएमएस सॉफ्टवेयर का शुभारम्भ किया. इस सॉफ्टवेयर की मदद से राज्य के पेंशन भोगी देश या विदेश, कहीं से भी अपना ई-जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन माध्यम से जमा करा सकेंगे. इस ई-जीवन प्रमाण पत्र को सीएससी केंद्र से ऑनलाइन भरा जा सकेगा.

उत्तराखंड में ई-जीवन प्रमाण पत्र के माध्यम से राज्य के पेंशनभोगियों को बहुत राहत मिलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक वर्ष ई-जीवन प्रमाण पत्र के लिए लाखों लोगों को परेशान होना पड़ता है. इस सेवा के शुरू होने से प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को ट्रेजरी के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वे पास के सीएससी केंद्र से अपना ई-जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करा सकेंगे.

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उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों के वृद्ध एवं अक्षम लोगों को सीएससी तक न आना पड़े, इसके लिए ई-जीवन प्रमाण पत्र जमा करवाने की व्यवस्था भी की जा सकती है. ई-जीवन प्रमाण पत्र अन्य राज्यों एवं विदेशों में रह रहे पेंशनभोगियों के लिए भी बहुत ही लाभदायक होगा. वे कहीं से भी अपना जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करा सकेंगे.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में ई-ऑफिस लागू किया गया है. ई-जीवन प्रमाण पत्र, ई-ऑफिस की दिशा में एक बेहतरीन कदम है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार पेपरलेस व्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ रहा है.

Intro:summary-त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक ओर कदम बढ़ाते हुए डिजिटल माध्यम से ई - जीवन प्रमाण पत्र प्रदान करने हेतु आईएफएमएस सॉफ्टवेयर का शुभारम्भ किया गया। इस सॉफ्टवेयर की सहायता से राज्य के पेंशनर देश या विदेश, कहीं से भी अपना ई - जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन माध्यम से जमा करा सकेंगे। ई - जीवन प्रमाण पत्र को सीएससी केन्द्र से भरा जा सकेगा। 


Body:उत्तराखंड में ई - जीवन प्रमाण पत्र के माध्यम से राज्य के पेंशनरों को बहुत राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक वर्ष ई - जीवन प्रमाण पत्र के लिए लाखों लोगों को परेशान होना पड़ता है। इस सेवा के शुरू होने से प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को ट्रेज़री के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे पास के सीएससी केन्द्र से अपना ई - जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करा सकेंगे। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों के वृद्ध एवं अक्षम लोगों को सीएससी तक ना आना पड़े इसके लिए ई - जीवन प्रमाण पत्र जमा करवाने की व्यवस्था भी की जा सकती है। ई - जीवन प्रमाण पत्र अन्य राज्यों एवं विदेशों में रह रहे हमारे पेंशनर्स के लिए भी बहुत ही लाभदायक होगा। वे कहीं से भी अपना जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ई - ऑफिस लागू किया गया है। ई- जीवन प्रमाण पत्र, ई - ऑफिस की दिशा में एक ओर कदम है। उन्होंने कहा कि प्रदेश लगातार पेपरलेस व्यवस्था की  दिशा में आगे बढ़ रहा है। 



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