डोइवाला: टिहरी झील में डूबी मरीना फ्लोटिंग रेस्तरां को लेकर प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर आरोप लगाने से पीछे नहीं हट रही है. सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसके लिए पूर्व सीएम हरीश रावत को जिम्मेदार ठहराया है. मरीना फ्लोटिंग रेस्तरां के डूबने के सवाल पर सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि हरीश रावत खुद जानते हैं कि किस समय गड़बड़ हुई थी.
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सीएम त्रिवेंद्र ने पूर्व की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मरीना बोट विशेष प्रिया संस्था द्वारा खरीदी गई थी और वो एक्सपर्ट नहीं थे. इस मामले में जांच बैठा दी गई है. जिससे सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.
बात दें कि पूर्व सीएम हरीश रावत ने फ्लोटिंग रेस्तरां के डूबने के लिए प्रदेश सरकार को न सिर्फ जिम्मेदार ठहराया था, बल्कि यह तंज भी किया कि सरकार नाच न जाने आंगन टेढ़ा की कहावत को चरितार्थ कर रही है. हरीश रावत ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखा था रेस्तरां को संचालित करने की सरकार ने कार्य नीति तो बनाई नहीं और दोष कांग्रेस सरकार को दिया जा रहा है.
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गौर हो कि टिहरी झील में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पूर्व कांग्रेस सरकार में करीब ढाई करोड़ की लागत से फ्लोटिंग रेस्तरां खरीदा गया था. मंगलवार को यह फ्लोटिंग रेस्तरां झील का जलस्तर कम होने की वजह से डूब गया था. जिस पर अब प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप की जंग शुरू हो गई है.