देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नैनीताल के आस-पास के क्षेत्रों का पर्यटन की दृष्टि से विकास किये जाने पर ध्यान देने को कहा है. उन्होंने नैनीताल सहित आस-पास के क्षेत्रों में पार्किंग की व्यवस्था में भी सुधार पर ध्यान देने पर बल दिया. देहरादून सचिवालय में नैनीताल की सूरत संवारने को लेकर हुई बैठक के दौरान अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए.
सचिवालय में जिलास्तरीय प्राधिकरण नैनीताल के माध्यम से नैनीताल, सातताल, सूखाताल, हल्द्वानी तहसील भवन एवं रामनगर से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं के प्रस्तुतीकरण का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सातताल व सूखाताल के पुनर्जीवीकरण के साथ ही इन्हें पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाए. इन क्षेत्रों में किये जाने वाले निर्माण कार्यों में स्थानीय शिल्प शैली को उपयोग में लाये जाने, इन स्थलों को बर्ड वॉचिंग स्थल के रूप में विकसित करने के लिये वन विभाग के सहयोग से चिड़ियों के अनुकूल वृक्षों के रोपण पर ध्यान देने को कहा. उन्होंने इन क्षेत्रों से अवैध निर्माण हटाने के साथ ही पर्याप्त पार्किंग स्थल विकसित किये जाने को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया. मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी तहसील को शहर से बाहर उपयुक्त स्थल पर शिफ्ट करने को कहा तथा इस भवन को मिनी सचिवालय के रूप में पर्याप्त पार्किंग सुविधा के साथ बहुमंजिला बनाने को कहा ताकि अन्य ऑफिस भी इसमें शिफ्ट किये जा सकें.
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मुख्यमंत्री ने रामनगर में भी पार्किंग स्थल के निर्माण पर बल दिया. मुख्यमंत्री ने नैनीताल रोपवे निर्माण के लिये एचएमटी परिसर में भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश सचिव राजस्व को दिये. इस मौके पर वीसी नैनीताल विकास प्राधिकरण रोहित मीना द्वारा प्रस्तुतीकरण से बताया गया कि सातताल के समग्र विकास के लिये पर्यटकों की सुविधा के साथ ही बच्चों के लिये चिल्ड्रन पार्क की व्यवस्था की जायेगी. उन्होंने कहा कि इस पर लगभग 07 करोड़ का व्यय होगा. इसी प्रकार सूखाताल के लिये बनायी जा रही योजनाओं पर लगभग 25 करोड़ का व्यय होगा. उन्होंने कहा कि नैनीताल में पार्किंग के लिये भी कई स्थान चिन्हित किये गये हैं. रामनगर में भी पार्किंग स्थल की व्यवस्था की योजना है.