देहरादून: रिस्पना नदी के पुनर्जीवीकरण अभियान के तहत ढाई लाख पौधे लगाए गए थे. 10 महीने बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इन पौधों का निरीक्षण करने पहुंचे. सीएम ने कहा कि गर्मी शुरू हो गई हैं इसलिए अब पौधे न सूखे इसकी व्यवस्था करनी होगी. मई और जून का महीना कट गया तो पौधे अच्छी तरीके से बढ़ पाएंगे.
दरअसल, 10 महीने पहले केरवा गांव से सरकार ने पूरे रिस्पना के एरिया में लाखों पेड़ लगाए थे. लेकिन, पौधों का सही तरीके से देखरेख न होने की वजह से इनमें से कई पौधे सूख गए हैं. हालांकि सीएम ने निरीक्षण के दौरान पौधों को देखकर संतोष जताते हुए कहा कि ये अच्छी प्रोग्रेस कर रहे हैं. लेकिन हकीकत ये है कि सीएम के पहुंचने से पहले ही लाखों रुपये खर्च कर लगाये गये पौधे जो सूख चूके थे उन्हें हटाकर नए पौध लगाए गए.
इतना ही नहीं सीएम के पहुंचने से कुछ देर पहले ही पौधों को सिंचा जा रहा था. ताकि निरीक्षण में लापरवाही और पौधों के सूखने की बात सामने न आये. हालांकि सीएम के निरीक्षण दौरान भी कई पौधे सूखे हुए नजर आ रहे थे. मुख्यमंत्री ने इसे भीषण गर्मी समझते हुए पौधों की स्थिति को अच्छा बताया. लेकिन, इसी तरह अगर आगे भी लापरवाही बरती गई तो रिस्पना में पानी फिर से लाने के सरकार के सपने में पानी जरूर फिर सकता है.
निरीक्षण के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार प्रयास कर रही है कि रिस्पना को पुनर्जीवित किया जा सके. रिस्पना में पानी आने का जो सोर्स था उन सोर्से का इस्तेमाल पेयजल और सिंचाई के लिए किया जा रहा है. इसलिए सरकार अन्य विकल्पों पर काम कर रही है. लेकिन सरकार का संकल्प है कि जल्द ही रिस्पना में पानी फिर से आये.