ऋषिकेश: आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एम्स पहुंचे. जहां उन्होंने युवा डॉक्टरों के द्वारा शुरू की गई टीम गरुड़ टेलीमेडिसिन सेवा का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा इस मुहिम से उत्तराखंड वासियों का काफी लाभ होगा. लोगों को मेडिकल सुविधाएं भी आसानी से मिल सकेंगी.
कोविड-19 का संक्रमण शहरों के बाद अब पहाड़ के ग्रामीण इलाकों में भी दस्तक दे चुका है. ऐसे में किस प्रकार ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ सुविधाओं का लाभ दिया जा सके, इसके लिए एम्स ऋषिकेश के युवा डॉक्टरों ने अपने प्रयासों से राज्य में ब्लॉक स्तर तक टेलीमेडिसिन की सुविधा ग्रामीणों को उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है. जिसमें उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेजों में अध्ययनरत छात्रों और आईआईटी रुड़की की मदद ली गई है.
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इस सेवा का नाम 'प्रोजेक्ट गरुड़' रखा गया है. जिसका शुभारंभ आज सीएम तीरथ सिंह रावत ने किया. डॉक्टरों की इस पहल की सीएम ने जमकर तारीफ की. सीएम का दावा है कि यह योजना ग्रामीणों के लिए मील का पत्थर साबित होगी. ग्रामीणों को घर बैठे ही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी मिलेगी. जिससे ग्रामीणों को अस्पताल की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी. इस योजना के लागू होने से कोविड-19 की चपेट में आने वाले ग्रामीणों को होम आइसोलेशन में रहकर बेहतर इलाज मिलेगा.
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प्रोजेक्ट मैनेजर डॉक्टर विनोद ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की रोकथाम के लिए उन्होंने इस योजना को निस्वार्थ भाव से शुरू करने की कोशिश की है. जिसमें उन्हें तमाम युवा डॉक्टरों का सहयोग मिल रहा है.
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शुभारंभ कार्यक्रम में पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि जिस तरह से युवा डॉक्टरों के द्वारा इस मुहिम की शुरुआत की गई है वो काबिले तारीफ है. इससे निश्चित तौर पर उत्तराखंड वासियों को लाभ मिलेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि आज जनता जागरूक है, वह जरूर टेलीमेडिसिन मुहिम से जुड़कर इसका लाभ उठाएगी.