देहरादून: केदारनाथ धाम में साल 2013 में आई भीषण आपदा के बाद यूं तो पूरी केदारघाटी को फिर से खड़ा कर दिया गया है. लेकिन 6 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक केदार घाटी के पुनर्निर्माण का काम पूरा नहीं हो पाया है. केदार घाटी का दौराकर लौटे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बेहतर व्यवस्था के लिए तेजी से पुनर्निर्माण कार्य होने की बात कही है.
पुनर्निर्माण के मौजूदा स्थिति की बात करें तो केदारनाथ में आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल, सरस्वती घाट का निर्माण, तीर्थ पुरोहितों के क्षतिग्रस्त घरों और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर निर्माण कार्य बहुत ही तेजी से चल रहे हैं.
केदारनाथ में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों के सवाल पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि केदारनाथ में ट्रैक के सुधारीकरण, ट्रैक के विस्तारीकरण, तीर्थ पुरोहितों के घरों का निर्माण, आदि गुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल, सरस्वती नदी और मंदाकिनी नदी पर आस्था पथ के कार्य चल रहे हैं. साथ ही बताया कि मौसम सही होने के उपरांत सरस्वती नदी पर बनने वाले पुल के निर्माण कार्य तेजी से शुरू हो जाएंगे.
सरस्वती घाट का निर्माण
चारधाम आने वाले यात्रियों को केदारनाथ स्थित घाटों के पुननिर्माण के कार्यों को तेजी से अंजाम तक पहुंचाने कोशिशें की जा रही हैं. इसको लेकर सरस्वती घाट का पुनर्निर्माण का कार्य किया जा रहा है, ताकि आने वाले यात्रियों को घाटों पर स्नान करने में कोई परेशानी न हो. लिहाजा, सरस्वती घाट का निर्माण कार्य भी केदारनाथ के पुनर्निर्माण योजना में शामिल है और उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर-नवंबर महीने तक सरस्वती घाट का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा.
पढ़ें- छात्रवृत्ति घोटाला: अनुराग शंखधर को हाई कोर्ट से मिली जमानत, ये है पूरा मामला
तीर्थ पुरोहितों के क्षतिग्रस्त घरों के निर्माण कार्य
अभी तक तीर्थ पुरोहितों के आवास से जुड़े तमाम निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाए हैं. जिसका मौजूदा समय में विवादित रूप से निर्माण कार्य चल रहा है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही निर्माण कार्य भी पूरा हो जाएगा.
मास्टर प्लान के तहत होगा केदारनाथ का विकास
वहीं, केदारनाथ दौरा कर लौटे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पुनर्निर्माण कार्य में कोई बाधा न आये, इसके लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं. राज्य सरकार की कोशिश है कि जो मास्टर प्लान, केदारनाथ के लिए बना है, उसी के तहत केदारनाथ का डेवलपमेंट किया जाए. उन्होंने बताया कि केदारनाथ में साफ-सफाई के साथ ही आस्था पथ का निर्माण भी हो चुका है. साथ ही तीर्थ पुरोहितों के आवासों का निर्माण जारी है.