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दून मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण का सिलसिला जारी, अब OT इमरजेंसी भवन का CM धामी काटेंगे फीता - दून मेडिकल कॉलेज का ओपीडी भवन

दून मेडिकल कॉलेज (Doon Medical College) के ओटी इमरजेंसी भवन का सीएम पुष्कर सिंह धामी उद्घाटन करेंगे. खास बात ये है कि मेडिकल कॉलेज के भवनों के लोकार्पण का सिलसिला पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल से चला आ रहा है.

Doon Medical College
दून मेडिकल कॉलेज
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Published : Nov 11, 2022, 10:04 AM IST

Updated : Nov 11, 2022, 11:43 AM IST

देहरादूनः दून मेडिकल कॉलेज के निर्माण को लेकर विभिन्न भवनों के लोकार्पण का सिलसिला जारी है. पिछले एक दशक से इस मेडिकल कॉलेज के निर्माण को कछुए की गति से आगे बढ़ाया जा रहा है. बड़ी बात यह है कि एक ही मेडिकल कॉलेज के अलग-अलग परिसर का पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से लेकर त्रिवेंद्र सिंह रावत और अब सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) भी लोकार्पण कर चुके हैं. जबकि अब एक बार फिर ऐसे ही एक भवन का लोकार्पण करवाने (OT Emergency building inaugurated) की तैयारी है.

दून मेडिकल कॉलेज, जिसके निर्माण में धीमी गति को लेकर सवाल खड़े किए जाने चाहिए थे, उस पर राजनेताओं ने अपने अपने कार्यकाल में लोकार्पण कर पत्थर लगाने का सिलसिला जारी रखा है. पटेल नगर स्थित मेडिकल कॉलेज के मुख्य भवन से लेकर इसके अस्पताल के अलग-अलग ब्लॉक का सरकार के बड़े पदों पर बैठे लोगों ने समय-समय पर लोकार्पण किया.

OT इमरजेंसी भवन का CM धामी काटेंगे फीता

आपको जानकर हैरानी होगी कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर इसी मेडिकल कॉलेज के अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग का लोकार्पण करने जा रहे हैं. इससे पहले मेडिकल कॉलेज के अलग-अलग ब्लॉक और ओपीडी भवन (OPD building of Doon Medical College) का भी अलग से लोकार्पण किया जा चुका है. बड़ी बात यह है कि मेडिकल कॉलेज में ऐसी कई सुविधाएं हैं जिनको काफी पहले पूरा कर देना चाहिए था, लेकिन वह अब तक मरीजों के लिए असुविधा का कारण बनी हुई है. इसीलिए अब कांग्रेस ने भी अधिकारियों के इस तरह अलग-अलग भवनों के लोकार्पण करवाने और फिजूलखर्ची को लेकर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं.
ये भी पढ़ेंः मुख्य सचिव संधू ने रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से जुड़े प्रस्ताव के लिए दिए निर्देश

दून मेडिकल कॉलेज के निर्माण से जुड़े ऐसे कई सवाल हैं जो न केवल एजेंसी को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं, बल्कि चिकित्सा शिक्षा के अधिकारियों पर भी सवाल उठा रहे हैं. जिनकी देखरेख में इस निर्माण को तय सीमा के बाद बमुश्किल पूरा किया जा रहा है. दरअसल, बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज की समय सीमा के लंबे समय बाद जाकर भी मेडिकल कॉलेज को अब तक पूरा नहीं किया सका है. यही नहीं, इस दौरान रेट रिवाइज कर राज्य सरकार और केंद्र को भी इसका नुकसान हुआ है. हालांकि, परियोजना के देरी से आगे बढ़ने को लेकर उनके अपने तर्क हैं. लेकिन इससे महंगाई के चलते रेट रिवाइज का सीधा असर सरकार को बजट खर्च के रूप में करना होता है.

उधर दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना कहते हैं कि मुख्यमंत्री की तरफ से समय दिया जा चुका है. शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री इमरजेंसी भवन का लोकार्पण करने वाले हैं. वैसे आपको बता दें कि यह उन गिनी चुनी परियोजनाओं में शामिल है जिसकी शुरुआत एक सरकार में किसी मुख्यमंत्री ने की और उसके बाद दो मुख्यमंत्रियों समेत दूसरे कुछ मंत्री भी इस परियोजना के अलग-अलग हिस्से का लोकार्पण कर चुके हैं.

देहरादूनः दून मेडिकल कॉलेज के निर्माण को लेकर विभिन्न भवनों के लोकार्पण का सिलसिला जारी है. पिछले एक दशक से इस मेडिकल कॉलेज के निर्माण को कछुए की गति से आगे बढ़ाया जा रहा है. बड़ी बात यह है कि एक ही मेडिकल कॉलेज के अलग-अलग परिसर का पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से लेकर त्रिवेंद्र सिंह रावत और अब सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) भी लोकार्पण कर चुके हैं. जबकि अब एक बार फिर ऐसे ही एक भवन का लोकार्पण करवाने (OT Emergency building inaugurated) की तैयारी है.

दून मेडिकल कॉलेज, जिसके निर्माण में धीमी गति को लेकर सवाल खड़े किए जाने चाहिए थे, उस पर राजनेताओं ने अपने अपने कार्यकाल में लोकार्पण कर पत्थर लगाने का सिलसिला जारी रखा है. पटेल नगर स्थित मेडिकल कॉलेज के मुख्य भवन से लेकर इसके अस्पताल के अलग-अलग ब्लॉक का सरकार के बड़े पदों पर बैठे लोगों ने समय-समय पर लोकार्पण किया.

OT इमरजेंसी भवन का CM धामी काटेंगे फीता

आपको जानकर हैरानी होगी कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर इसी मेडिकल कॉलेज के अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग का लोकार्पण करने जा रहे हैं. इससे पहले मेडिकल कॉलेज के अलग-अलग ब्लॉक और ओपीडी भवन (OPD building of Doon Medical College) का भी अलग से लोकार्पण किया जा चुका है. बड़ी बात यह है कि मेडिकल कॉलेज में ऐसी कई सुविधाएं हैं जिनको काफी पहले पूरा कर देना चाहिए था, लेकिन वह अब तक मरीजों के लिए असुविधा का कारण बनी हुई है. इसीलिए अब कांग्रेस ने भी अधिकारियों के इस तरह अलग-अलग भवनों के लोकार्पण करवाने और फिजूलखर्ची को लेकर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं.
ये भी पढ़ेंः मुख्य सचिव संधू ने रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से जुड़े प्रस्ताव के लिए दिए निर्देश

दून मेडिकल कॉलेज के निर्माण से जुड़े ऐसे कई सवाल हैं जो न केवल एजेंसी को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं, बल्कि चिकित्सा शिक्षा के अधिकारियों पर भी सवाल उठा रहे हैं. जिनकी देखरेख में इस निर्माण को तय सीमा के बाद बमुश्किल पूरा किया जा रहा है. दरअसल, बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज की समय सीमा के लंबे समय बाद जाकर भी मेडिकल कॉलेज को अब तक पूरा नहीं किया सका है. यही नहीं, इस दौरान रेट रिवाइज कर राज्य सरकार और केंद्र को भी इसका नुकसान हुआ है. हालांकि, परियोजना के देरी से आगे बढ़ने को लेकर उनके अपने तर्क हैं. लेकिन इससे महंगाई के चलते रेट रिवाइज का सीधा असर सरकार को बजट खर्च के रूप में करना होता है.

उधर दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना कहते हैं कि मुख्यमंत्री की तरफ से समय दिया जा चुका है. शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री इमरजेंसी भवन का लोकार्पण करने वाले हैं. वैसे आपको बता दें कि यह उन गिनी चुनी परियोजनाओं में शामिल है जिसकी शुरुआत एक सरकार में किसी मुख्यमंत्री ने की और उसके बाद दो मुख्यमंत्रियों समेत दूसरे कुछ मंत्री भी इस परियोजना के अलग-अलग हिस्से का लोकार्पण कर चुके हैं.

Last Updated : Nov 11, 2022, 11:43 AM IST
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