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उत्तराखंड में बिछ रहा सड़कों का जाल, भारत माला प्रोजेक्ट के तहत सीमांत सड़कें हो रही मजबूतः धामी - उत्तराखंड में भारतमाला प्रोजेक्ट

उत्तराखंड में बड़े स्तर पर सड़कों का निर्माण कार्य किया जा रहा है. उत्तराखंड में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत 5 योजनाएं चल रही हैं, जिसमें सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़कें शामिल हैं. साथ ही दिल्ली देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर का कार्य भी जारी है. इस सभी कार्यों की सीएम ने समीक्षा की.

cm pushkar singh dhami
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
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Published : Mar 31, 2022, 4:52 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान प्रदेश में चल रही कई सड़क योजनाओं के बारे में जानकारी भी ली. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत माला प्रोजेक्ट सड़क परिवहन को लेकर एक मेगा प्लान है. इस परियोजना के तहत उत्तराखंड के एक कोने को दूसरे कोने तक जोड़ने का काम चल रहा है. साथ ही ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत सड़कों का निर्माण कार्य भी जारी है. ऐसे में चारधाम समेत राज्य के अन्य जगहों पर आने-जाने में आसानी होगी.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आने वाले समय में दिल्ली से देहरादून की दूरी 2 से 2.5 घंटे में पूरी की जाएगी. एलिवेटेड रोड पर काम शुरू हो गया है. कार्य तेज गति से किया जा रहा है. यह 12,000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है, जो दिल्ली और देहरादून की दूरी को कम करेगा. इससे न केवल दूरी घटेगी, बल्कि समय की भी बचत होगी.
ये भी पढ़ेंः पांवटा साहिब-बल्लूपुर हाईवे होगा फोरलेन, ₹1093.01 करोड़ की मिली स्वीकृति

गौर हो कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर (Dehradun Delhi Economic Corridor) को मंजूरी दी थी. जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर 2021 को देहरादून दौरे के समय शिलान्यास किया था. पीएम मोदी ने 18 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. जिसमें मुख्य रूप से दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे और इकॉनोमिक कॉरिडोर की सौगात शामिल है. साथ ही ढाई हजार करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण किया और 15,626 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास भी किया.

उत्तराखंड में भारत माला प्रोजेक्ट की स्थिति: भारतमाला प्रोजेक्ट (Bharatmala Project) भारत सरकार के सड़क परिवहन को लेकर एक मेगा प्लान है. भारत सरकार ने भारतमाला योजना के तहत 7 फेज में 34,800 किलोमीटर सड़क बनाने का फैसला लिया है. इस योजना के तहत नेशनल हाईवे, सीमा क्षेत्र, तटीय क्षेत्र को जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही पर्यटन क्षेत्रों को जोड़ने वाले हाईवे बनाए जाएंगे. चारधाम केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री की कनेक्टिविटी बेहतर की जाएगी.
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ये सड़कें भारत माला प्रोजेक्ट में शामिल: इस वक्त उत्तराखंड में भारतमाला परियोजना के तहत 5 योजनाएं चल रही हैं, जिसमें 650 किलोमीटर की 5 सीमावर्ती और सामरिक दृष्टि की सड़कें शामिल हैं. इन सड़कों में भैरव घाटी-नीलम नागा सोनम सड़क, जोशीमठ-मलारी सड़क, माणा से माणा पास सड़क, कर्णप्रयाग से सिमली ग्वालदम की सड़क और अस्कोट से लिपुलेख तक सड़क शामिल है.

डीपीआर तैयार: इन 650 किलोमीटर लंबी सड़कों को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय बनवा रहा है. विभाग के अधिकारी वीएस खेरा ने ईटीवी भारत को बताया कि उत्तराखंड में भारतमाला परियोजना के तहत आने वाली प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार की जा रही है. वहीं, इनमें से एक प्रोजेक्ट स्वीकृत हो चुका है. जबकि, अन्य पर एलाइनमेंट असेसमेंट के अलावा कॉस्ट असेसमेंट का काम चल रहा है और डीपीआर तैयार की जा रही है.

देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान प्रदेश में चल रही कई सड़क योजनाओं के बारे में जानकारी भी ली. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत माला प्रोजेक्ट सड़क परिवहन को लेकर एक मेगा प्लान है. इस परियोजना के तहत उत्तराखंड के एक कोने को दूसरे कोने तक जोड़ने का काम चल रहा है. साथ ही ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत सड़कों का निर्माण कार्य भी जारी है. ऐसे में चारधाम समेत राज्य के अन्य जगहों पर आने-जाने में आसानी होगी.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आने वाले समय में दिल्ली से देहरादून की दूरी 2 से 2.5 घंटे में पूरी की जाएगी. एलिवेटेड रोड पर काम शुरू हो गया है. कार्य तेज गति से किया जा रहा है. यह 12,000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है, जो दिल्ली और देहरादून की दूरी को कम करेगा. इससे न केवल दूरी घटेगी, बल्कि समय की भी बचत होगी.
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गौर हो कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर (Dehradun Delhi Economic Corridor) को मंजूरी दी थी. जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर 2021 को देहरादून दौरे के समय शिलान्यास किया था. पीएम मोदी ने 18 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. जिसमें मुख्य रूप से दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे और इकॉनोमिक कॉरिडोर की सौगात शामिल है. साथ ही ढाई हजार करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण किया और 15,626 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास भी किया.

उत्तराखंड में भारत माला प्रोजेक्ट की स्थिति: भारतमाला प्रोजेक्ट (Bharatmala Project) भारत सरकार के सड़क परिवहन को लेकर एक मेगा प्लान है. भारत सरकार ने भारतमाला योजना के तहत 7 फेज में 34,800 किलोमीटर सड़क बनाने का फैसला लिया है. इस योजना के तहत नेशनल हाईवे, सीमा क्षेत्र, तटीय क्षेत्र को जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही पर्यटन क्षेत्रों को जोड़ने वाले हाईवे बनाए जाएंगे. चारधाम केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री की कनेक्टिविटी बेहतर की जाएगी.
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ये सड़कें भारत माला प्रोजेक्ट में शामिल: इस वक्त उत्तराखंड में भारतमाला परियोजना के तहत 5 योजनाएं चल रही हैं, जिसमें 650 किलोमीटर की 5 सीमावर्ती और सामरिक दृष्टि की सड़कें शामिल हैं. इन सड़कों में भैरव घाटी-नीलम नागा सोनम सड़क, जोशीमठ-मलारी सड़क, माणा से माणा पास सड़क, कर्णप्रयाग से सिमली ग्वालदम की सड़क और अस्कोट से लिपुलेख तक सड़क शामिल है.

डीपीआर तैयार: इन 650 किलोमीटर लंबी सड़कों को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय बनवा रहा है. विभाग के अधिकारी वीएस खेरा ने ईटीवी भारत को बताया कि उत्तराखंड में भारतमाला परियोजना के तहत आने वाली प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार की जा रही है. वहीं, इनमें से एक प्रोजेक्ट स्वीकृत हो चुका है. जबकि, अन्य पर एलाइनमेंट असेसमेंट के अलावा कॉस्ट असेसमेंट का काम चल रहा है और डीपीआर तैयार की जा रही है.

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