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UJVNL की खाली भूमि पर शुरू होंगी पर्यटन संबंधी गतिविधि, बिजली उत्पादन को बढ़ाने के निर्देश - ऊर्जा विभाग की बैठक

Energy Department meeting सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में सीएम ने प्रदेश में बिजली उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई कार्य योजनाओं पर तेजी लाने के निर्देश दिए.

CM DHAMI
सीएम धामी
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 3, 2024, 8:20 PM IST

Updated : Jan 3, 2024, 8:48 PM IST

UJVNL की खाली भूमि पर शुरू होंगी पर्यटन संबंधी गतिविधि.

देहरादूनः उत्तराखंड में विद्युत उत्पादन बढ़ाए जाने और ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से कार्य किए जाने को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान अधिकारियों को इस बाबत निर्देश दिए कि आने वाले समय में राज्य में तेजी से निवेश होगा, जिसको देखते हुए ऊर्जा से संबंधित चल रही सभी परियोजनाओं पर तेजी से कार्य किया जाए. सीएम धामी ने कहा कि इन परियोजनाओं को तेजी से धरातल पर उतरने के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है.

बैठक के दौरान सीएम धामी ने कहा कि इन परियोजनाओं को तय समय पर पूरा करने के लिए अगर किसी भी तरह की कोई समस्या उत्पन्न हो रही है तो उन समस्याओं से अवगत कराया जाए. ताकि उसका उचित समाधान किया जा सके. इसके अलावा अगर ऊर्जा से संबंधित जिन प्रस्ताव पर केंद्र सरकार के स्तर से कोई जरूरी कार्रवाई की जानी है तो उसका विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार किया जाए. सीएम धामी ने हाइड्रो और सोलर ऊर्जा में विद्युत उत्पादन को भी तेजी से बढ़ाए जाने के निर्देश दिए.

खाली भूमि पर होगी पर्यटन गतिविधि: मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश में यूजेवीएनएल की तमाम भूमि खाली पड़ी है. सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यूजेवीएनएल की अतिरिक्त भूमि पर पर्यटन आधारित गतिविधियां और सोलर ऊर्जा के लिए प्राथमिकता के आधार पर इस्तेमाल किया जाए. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के लिए तमाम एमओयू साइन हुए हैं. ऐसे में जिन परियोजनाओं को लेकर एमओयू हुए हैं, उसकी ग्राउंडिंग भी जल्द से जल्द कराई जाए. इसके साथ ही लखवाड़ और किसाऊ बहुउद्देशीय परियोजनाओं पर भी तेजी से कार्य किए जाए.
ये भी पढ़ेंः 'बिना सरियों के बन रहा राम मंदिर, नींव में लगे सेंसर', रुड़की CBRI निर्माण में निभा रहा अहम भूमिका

बैठक के दौरान सीएम धामी ने डिजिटल भुगतान पर भी जोर देने और राजस्व वृद्धि के लिए लगातार प्रयास किए जाने की भी बात कही. साथ ही सीएम ने पिटकुल से विद्युत पारेषण तंत्र की मजबूती पर भी विशेष ध्यान देने और अल्प, मध्य एवं दीर्घकालिक योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू करने के निर्देश दिए.

बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा समय में हाइड्रो और सोलर ऊर्जा से 7513 मिलियन यूनिट का उत्पादन हो रहा है. जिसे साल 2031 तक 18 हजार 740 मिलियन यूनिट तक करने का लक्ष्य रखा गया है. इसी क्रम में 17 मेगावाट की 3 सौर ऊर्जा परियोजनाएं 2024 से शुरू होंगी. यही नहीं, 29.25 मेगावाट की 6 परियोजनाएं अक्टूबर 2025 तक शुरू होंगी. इसके अलावा 5.5 मेगावाट की नादेही, उधमसिंह नगर, 18 मेगावाट की कर्मी कपकोट और 11.5 मेगावाट की बागेश्वर के पास शामा गांव सौर ऊर्जा परियोजना को 2026 तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है.
ये भी पढ़ेंः Investors Summit 2023: उत्तराखंड में बिजली संकट से इन्वेस्टर्स की बढ़ सकती हैं मुश्किलें! ऊर्जा संकट बड़े निवेश की बड़ी चुनौती

UJVNL की खाली भूमि पर शुरू होंगी पर्यटन संबंधी गतिविधि.

देहरादूनः उत्तराखंड में विद्युत उत्पादन बढ़ाए जाने और ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से कार्य किए जाने को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान अधिकारियों को इस बाबत निर्देश दिए कि आने वाले समय में राज्य में तेजी से निवेश होगा, जिसको देखते हुए ऊर्जा से संबंधित चल रही सभी परियोजनाओं पर तेजी से कार्य किया जाए. सीएम धामी ने कहा कि इन परियोजनाओं को तेजी से धरातल पर उतरने के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है.

बैठक के दौरान सीएम धामी ने कहा कि इन परियोजनाओं को तय समय पर पूरा करने के लिए अगर किसी भी तरह की कोई समस्या उत्पन्न हो रही है तो उन समस्याओं से अवगत कराया जाए. ताकि उसका उचित समाधान किया जा सके. इसके अलावा अगर ऊर्जा से संबंधित जिन प्रस्ताव पर केंद्र सरकार के स्तर से कोई जरूरी कार्रवाई की जानी है तो उसका विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार किया जाए. सीएम धामी ने हाइड्रो और सोलर ऊर्जा में विद्युत उत्पादन को भी तेजी से बढ़ाए जाने के निर्देश दिए.

खाली भूमि पर होगी पर्यटन गतिविधि: मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश में यूजेवीएनएल की तमाम भूमि खाली पड़ी है. सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यूजेवीएनएल की अतिरिक्त भूमि पर पर्यटन आधारित गतिविधियां और सोलर ऊर्जा के लिए प्राथमिकता के आधार पर इस्तेमाल किया जाए. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के लिए तमाम एमओयू साइन हुए हैं. ऐसे में जिन परियोजनाओं को लेकर एमओयू हुए हैं, उसकी ग्राउंडिंग भी जल्द से जल्द कराई जाए. इसके साथ ही लखवाड़ और किसाऊ बहुउद्देशीय परियोजनाओं पर भी तेजी से कार्य किए जाए.
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बैठक के दौरान सीएम धामी ने डिजिटल भुगतान पर भी जोर देने और राजस्व वृद्धि के लिए लगातार प्रयास किए जाने की भी बात कही. साथ ही सीएम ने पिटकुल से विद्युत पारेषण तंत्र की मजबूती पर भी विशेष ध्यान देने और अल्प, मध्य एवं दीर्घकालिक योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू करने के निर्देश दिए.

बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा समय में हाइड्रो और सोलर ऊर्जा से 7513 मिलियन यूनिट का उत्पादन हो रहा है. जिसे साल 2031 तक 18 हजार 740 मिलियन यूनिट तक करने का लक्ष्य रखा गया है. इसी क्रम में 17 मेगावाट की 3 सौर ऊर्जा परियोजनाएं 2024 से शुरू होंगी. यही नहीं, 29.25 मेगावाट की 6 परियोजनाएं अक्टूबर 2025 तक शुरू होंगी. इसके अलावा 5.5 मेगावाट की नादेही, उधमसिंह नगर, 18 मेगावाट की कर्मी कपकोट और 11.5 मेगावाट की बागेश्वर के पास शामा गांव सौर ऊर्जा परियोजना को 2026 तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है.
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Last Updated : Jan 3, 2024, 8:48 PM IST
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