देहरादून: वर्तमान वित्तीय वर्ष समाप्त होने में महज 3 महीने का वक्त बचा है. ऐसे में इस वित्तीय वर्ष राजस्व प्राप्ति और आय के संसाधनों में वृद्धि किए जाने को लेकर आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में वित्त मंत्री और उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. इसी दौरान अधिकारियों ने सीएम को बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में राज्य के राजस्व प्राप्ति के लिए 24745 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा गया था. जिसके सापेक्ष अभी तक 16436 करोड़ का राजस्व प्राप्त हो चुका है, जोकि कुल राजस्व लक्ष्य का करीब 66 फीसदी है.
फरवरी तक पूरा करें राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को शेष 34 फीसदी राजस्व प्राप्ति को फरवरी तक पूरा करने और अवैध खनन पर प्रभावी ढंग से रोक लगाने की दिशा में काम करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा सीएम ने राज्य कर विभाग की खूफिया प्रणाली को और अधिक मजबूत करने और विभागीय कार्य योजनाओं में स्थानीय लोगों को जोड़ने के निर्देश दिए.
सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत: सीएम धामी ने कहा कि परिवहन, खनन और जीएसटी के क्षेत्रों में गहन निगरानी रखने की जरूरत है. इसके लिए ऑनलाइन सिस्टम को और अधिक बेहतर बनाया जाए. जीएसटी के तहत राजस्व को बढ़ाने के लिए प्रयास करें और चोरी पर रोक लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाएं. उन्होंने कहा कि इनकम के संसाधनों में वृद्धि के लिये नवाचार और सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग पर विशेष ध्यान दें.
सीएम धामी ने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में यूपीसीएल और यूजेवीएनएल को भी राजस्व बढ़ाने की दिशा में विशेष कार्य करने की जरूरत है. इसके लिए बिजली चोरी होने की संभावना वाले क्षेत्रों में लगातार सतर्कता की गतिविधियां चलाई जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 71 प्रतिशत वन क्षेत्र होने के चलते वनों से राजस्व प्राप्ति की अत्यधिक संभावना है. लिहाजा, वन संपदाओं के बेहतर इस्तेमाल से राजस्व बढ़ाने की दिशा में प्रयास किया जा सकता है.
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विभागों की कार्यप्रणाली बनेगी राज्य के विकास का आधार: मुख्यमंत्री ने जीएमवीएन, केएमवीएन और वन निगम को अपने कार्य करने के तरीके में सुधार लाने और तराई क्षेत्रों में कमर्शियल प्लांटेशन की दिशा में तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही निगमों की कार्य क्षमता का भी आंकलन करने और आगामी वित्तीय वर्ष के बजट तैयार करने के कार्यों में भी तेजी लाने के निर्देश दिए. वहीं, सीएम ने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय और दक्षता के साथ इस दिशा में आगे बढ़े. विभागीय आय के संसाधनों को बढ़ाने के लिये प्रयास करते रहे, क्योंकि विभागों की कार्यप्रणाली राज्य के विकास का भी आधार बनेगी.
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