देहरादूनः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के पहले सीडीएस स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा का अनावरण किया. यह प्रतिमा देहरादून के कनक चौक स्थित पार्क में लगाई गई है. इसके अलावा उन्होंने स्मारक का भी लोकार्पण किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सैनिक परिवारों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है. सरकार का ये भी प्रयास है कि किसी न किसी योजना का नाम बिपिन रावत के नाम से रखा जाए.
-
Late General Bipin Rawat selflessly served the nation for four decades. His contribution can never be forgotten. He lived only for the country: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami after unveiling the statue of late CDS Gen Bipin Rawat in Dehradun pic.twitter.com/WWLLf14o5I
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Late General Bipin Rawat selflessly served the nation for four decades. His contribution can never be forgotten. He lived only for the country: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami after unveiling the statue of late CDS Gen Bipin Rawat in Dehradun pic.twitter.com/WWLLf14o5I
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 14, 2023Late General Bipin Rawat selflessly served the nation for four decades. His contribution can never be forgotten. He lived only for the country: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami after unveiling the statue of late CDS Gen Bipin Rawat in Dehradun pic.twitter.com/WWLLf14o5I
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 14, 2023
बता दें कि देश के पहले सीडीएस रहे जनरल बिपिन रावत का 8 दिसंबर 2021 को हेलीकॉप्टर क्रैश होने के चलते निधन हो गया था. जिसके बाद सरकार ने जनरल बिपिन रावत के नाम से पार्क बनाने की घोषणा की थी. जिसका निर्माण कार्य संपन्न होने के बाद आज सीएम धामी ने इसका लोकार्पण किया. इस मौके पर सीएम धामी ने जनरल बिपिन रावत के बेटियों को सम्मानित भी किया गया. वहीं, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि देश की रक्षा करने वाला हर पांचवां सैनिक उत्तराखंड का होता है.
हाल ही में हुए आईएमए पासिंग आउट परेड में प्रदेश के 50 कैडेट्स अधिकारी बने हैं. बिपिन रावत के जाने से देश और देश की सेना को बड़ी क्षति हुई है. हालांकि, किसी जाने को रोक नहीं सकते, लेकिन उनकी यादों को जिंदा रखा और उनकी वीरता का बखान करना देश के हर नागरिक का फर्ज है. उन्होंने सीएम धामी से प्रदेश के किसी बड़ी योजना का नाम बिपिन रावत के नाम पर रखने की मांग भी की.
ये भी पढ़ेंः बिपिन रावत के पैतृक गांव में निशुल्क सिलाई प्रक्षिशण केंद्र का शुभारंभ, स्वावलंबी बनेंगी महिलाएं
वहीं, सीएम धामी ने कहा कि जनरल बिपिन रावत के क्षति की भरपाई कभी नहीं की जा सकती. उत्तराखंड सैनिक बाहुल्य प्रदेश है. भारतीय सेना में उत्तराखंड के सैनिकों का एक बड़ा हिस्सा है. सीएम धामी में कहा कि वो भी सेना में जाना चाहते थे, लेकिन वो सेना में नहीं जा पाए, लेकिन उनके पिता से जो सीख मिली है, उसको अपने जीवन में उतारने का प्रयास कर रहे हैं. बिपिन रावत देश के पहले सीडीएस बने, जो उनके काबिलियत को बताता है. साथ ही कहा कि किसी भी क्षेत्र में काम करो, लेकिन उस क्षेत्र का नेता बनो, ऐसे ही जनरल बिपिन रावत थे. साथ ही कहा कि रावत के सपने को पूरा करने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा.
सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि सैनिक परिवारों के लिए कई योजनाएं उत्तराखंड में संचालित हो रही है. जब तक सैनिकों के अनुरूप उत्तराखंड नहीं बन जाता, तब तक वो काम करेंगे. अगले 10 साल में प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो, इस ओर सरकार काम कर रही है. सीएम धामी कहा कि राज्य सरकार की किसी न किसी एक योजना का नाम बिपिन रावत के नाम से हो, इसके लिए सरकार विचार करेगी. ताकि आने वाले पीढ़ी को बिपिन रावत से प्रेरित हो सके.