देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी के उपन्यास भंवर एक प्रेम कहानी का आईआरडीटी सभागार में विमोचन किया. इस मौके पर मुख्य सचिव एसएस संधू व अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.
अनिल रतूड़ी द्वारा लिखित 350 पृष्ठों का भंवर उपन्यास विनसर प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है. मुख्यमंत्री धामी ने अनिल रतूड़ी को शुभकामनाएं दी और कहा एक वर्दीधारी अधिकारी जब एक प्रेम कथा लिखते हैं, तो इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इनके हृदय में किस तरह के भाव होंगे. इस उपन्यास में उन्होंने अपने जीवन में घटित सभी संस्मरणों एवं अनुभूतियों का वर्णन किया है. अपने कार्यों के साथ उन्होंने जिस तरह अपनी साहित्यिक अनुभूतियों को बचा कर रखा, वह प्रशंसनीय है.
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सीएम धामी ने कहा इस उपन्यास के माध्यम से मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाने का सराहनीय प्रयास किया है. कोई भी कार्य तब ज्यादा अच्छा होता है, जब हम उस कार्य को करने के लिए स्वतंत्र हो. कार्य की स्वतंत्रता के लिए जरूरी है कि कोई भी व्यक्ति सुविधा का दास न बने. मुख्यमंत्री ने 'भंवर एक प्रेम कहानी' उपन्यास के कुछ मुख्य अंशों का जिक्र भी किया.
वहीं, पूर्व मुख्य सचिव नृप सिंह नपलच्याल, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ. सुधा रानी पांडे और ललित मोहन रयाल ने उपन्यास 'भंवर एक प्रेम कहानी' की विस्तार से समीक्षा भी की.