देहरादून: उत्तराखंड में पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त है. आलम यह है कि पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते भूस्खलन का सिलसिला जारी है. बारिश और भूस्खलन से 4 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रदेश की स्थितियों का जायजा लेने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे. उन्होंने अधिकारियों से प्रदेश के हालातों की जानाकारी ली.
मौसम विभाग ने बीते दिन प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था. जिसके तहत 18 और 19 अक्टूबर को प्रदेश के तमाम हिस्सों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट है. जिसका असर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है. प्रदेश के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी है. मैदानी क्षेत्रों में कमोवेश ये ही हालात हैं. प्रदेश के तमाम क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. सरकारी मशीनरी पूरी तरह से आपदा जैसे हालातों से निपटने की तैयारियों में जुट गई है.
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प्रदेश में स्थितियों का जायजा लेने आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे सीएम धामी ने बताया कि इस आफत की बारिश के चलते पौड़ी जिले में 3 लोगों की मौत हुई है. 2 लोग घायल हो गये हैं. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. साथ ही भारी बारिश के चलते चंपावत के एक गांव में छत गिर जाने से महिला की मौत हो गई है. बाकी प्रदेश में स्तिथियां अभी फिलहाल सामान्य हैं. वे खुद प्रदेश की स्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं. सीएम धामी ने कहा चार धाम यात्रा पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. कल देर शाम तक केदारनाथ धाम में करीब 6000 श्रद्धालु मौजूद थे. जिसमें से 4000 श्रद्धालु नीचे आ गए हैं.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाये कि बारिश के कारण यदि कोई राजमार्ग बाधित होता है, तो उनमें आवागमन जल्द सुचारू करने के लिए पूरी व्यवस्था हो. जिन क्षेत्रों में अधिक वर्षा हो रही है, वहां विशेष सतर्कता बरती जाये. मुख्यमंत्री सुबह से सभी जिलाधिकारियों से अपडेट ले रहे हैं.