लखीमपुर खीरी/देहरादून: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जल्द ही वह उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने जा रहे हैं. इसके लिए ड्राफ्ट तैयार हो रहा है. सीएम धामी ने कहा कि विपक्ष मुद्दा विहीन है. प्रधानमंत्री मोदी के आगे कोई नहीं. विपक्षी नेता केवल विरोध के लिए विरोध करते हैं. इसलिए अनर्गल आरोप लगाते हैं. जबकि जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है. बता दें कि सीएम धामी सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और धौरहरा सांसद रेखा अरुण वर्मा के यहां आयोजित अखण्ड पाठ में शामिल होने आए थे. इस दौरान उन्होंने यह बयान दिए.
बता दें कि धौरहरा सांसद रेखा अरुण अरुण वर्मा के गांव मकसूदपुर में उनके पति अरुण वर्मा की स्मृति में बीते रविवार को श्री रामचरितमानस अखंड पाठ का आयोजन किया था. इसके समापन अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को लखीमपुर खीरी पहुंचे. वहां पहुंचकर सीएम धामी ने सांसद रेखा अरुण वर्मा से मुलाकात की. इसके बाद आरती में शामिल हुए. इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में वह समान नागरिक संहिता लागू करने जा रहे हैं. इसके लिए ड्राफ्ट तैयार हो रहा है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, वहां पर हर परिवार का सदस्य सेना में है. दो देशों की सीमाएं लगती हैं. इसलिए उत्तराखंड महत्वपूर्ण राज्य है.
एक सवाल के जवाब में धामी ने कहा कि देश की जनता मोदी के साथ-साथ आगे बढ़ रही है. जबकि विपक्ष बिना मुद्दों का है. जनता जानती है कि प्रधानमंत्री हर व्यक्ति की अभिभावक के रूप में चिंता कर रहे हैं. कोरोना काल में उनके योगदान को पूरे देश ने देखा है. देश की जनता को न सिर्फ निशुल्क वैक्सीन लगी, बल्कि गरीबों के चूल्हे जलाने की भी प्रधानमंत्री ने चिंता की है. सीएम धामी ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश का कायाकल्प कर दिया. सभी धार्मिक स्थलों को विकसित कर रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं. उन्होंने पूर्व सरकारों की उपेक्षित धार्मिक स्थलों काशी विश्वनाथ, अयोध्या, मथुरा को नया स्वरूप दिया है, वह काबिले तारीफ है. इस कौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लखीमपुर पर अपने मित्रों को याद करते हुए कहा कि लखीमपुर तो उनके लिए घर के जैसा है.
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मुख्यमंत्री धामी के कार्यक्रम में जिले के किसी भी विधायक की नामौजूदगी चर्चा का विषय रही. यहां तक कि स्थानीय मोहम्मदी विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह भी नहीं दिखे. जबकि जिले में 7 विधायक हैं. अपनी ही पार्टी के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में वो नहीं पहुंचे. इसकी चारो तरफ चर्चा होती रही. सिर्फ संगठन पदाधिकारी, जिला पंचायत सदस्य और ब्लाक प्रमुख ही मौजूद रहे.