देहरादून: राज्य में तबादला नीति जारी होने के बाद भी तबादलों को लेकर मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है. देहरादून मुख्य शिक्षा अधिकारी पद पर तबादले को लेकर अब शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के फैसले को ही पलट दिया गया है. जिसके बाद उत्तराखंड शिक्षा विभाग एक बार फिर किरकिरी झेलनी पड़ रही है.
दरअसल, देहरादून मुख्य शिक्षा अधिकारी पद पर आशारानी पैन्यूली को हटाए जाने का फैसला शिक्षा मंत्री का था. उनके स्थान पर एससीईआरटी में उप निदेशक आनंद भारद्वाज को नियुक्त किया गया था. लेकिन मुख्यमंत्री ने इस फैसले को बदल दिया और भारद्वाज को एक दिन बाद ही पद से हटना पड़ा.
बता दें कि बीती 25 जून को आदेश जारी कर आशारानी पैन्यूली को मुख्य शिक्षा अधिकारी पद से हटा कर गोचर डायट प्राचार्य पद पर स्थानांतरित किया गया था, जिस पर आशारानी ने आपत्ति जताते हुए तबादला एक्ट में 10% स्थानांतरण के नियमानुसार खुद के शामिल नहीं होने की बात रखी थी. ऐसे में उन्होंने 6 महीने में ही खुद के ट्रांसपर के विरोध में प्रत्यावेदन दिया था. आशारानी पैन्यूली ने बीते जनवरी महीने में ही देहरादून जिले के सीईओ पदभार संभाला था.
पढ़ें- अतिक्रमण पर चला प्रशासन का 'पीला पंजा', टीम को लोगों के विरोध का करना पड़ा सामना
प्रत्यावेदन को निस्तारित किए बिना ही उन्हें हटाए जाने की कवायद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को नागवार गुजरी और सीएम के आदेश के बाद शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने आशारानी पैन्यूली के प्रत्यावेदन का निस्तारण भी किया और गौचर डायट में उनका स्थानांतरण निरस्त कर दिया. जिसके बाद एक बार फिर मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून की जिम्मेदारी आशारानी को दी गई है.
शिक्षा विभाग में तबादले को लेकर इससे पहले भी तीन सदस्य जांच कमेटी काम कर रही है. ऐसे भी मुख्य शिक्षा अधिकारी पद पर फैसला बदलने के बाद शिक्षा विभाग पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं.