देहरादून: देहरादून जिले के रायपुर प्रखंड के सरखेत गांव में बादल फटा है. स्थानीय लोगों ने सुबह 2.45 बजे बादल फटने की घटना की सूचना दी. सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची. गांव में फंसे सभी लोगों को बचा लिया गया है. कुछ ग्रामीणों ने पास के एक रिसॉर्ट में शरण ली. एसडीआरएफ का कहना है कि स्थिति काबू में है.
एसडीआरएफ को जब बादल फटने की सूचना मिली तो टीम तुरंत रवाना हुई. लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मार्ग मालदेवता पर बाधित मिला. वाहन के किसी सूरत में आगे न जाने की हालत में टीम द्वारा बिना वक़्त गंवाये तत्काल पैदल ही आगे बढ़ने का निर्णय लिया गया. घटनास्थल पर पहुंचकर ज्ञात हुआ कि बादल फटने के कारण नदी एवं कुवा खाला में अत्यधिक पानी आने से ग्राम सरखेत में कुछ मकानों में पानी घुस आया.
SDRF की टीम द्वारा ग्राम सरखेत में फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित कर दिया गया है. किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है. चार पांच किलोमीटर आगे कुछ लोग रिसॉर्ट में पनाह लिए हुए हैं. जिन्हें रेस्क्यू करने हेतु टीम जा रही है.
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बादल फटने की सूचना मिलते ही सुबह सुबह कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी गांव में पहुंच गए हैं. अपने पूरे दलबल के साथ सुबह ही गणेश जोशी मौके पर पहुंचकर लोगों से बातचीत कर रहे हैं और हालात का जायजा भी ले रहे हैं.
ऋषिकेश देवप्रयाग के बीच पांच जगह हाईवे बंद: नेशनल हाईवे 58 ऋषिकेश से देवप्रयाग के बीच पांच जगहों पर बाधित हो गया है. मजबूरन प्रशासन को श्रीनगर और ऋषिकेष से जाने वाले वाहनों को दूसरे मार्गों की तरफ डाइवर्ट करना पड़ा है. नेशनल हाईवे कल देर रात 11 बजे से बंद है. मार्ग को लोक निर्माण विभाग खोलने की कोशिश में जुटा हुआ है.
टिहरी के नैलचामी में अतिवृष्टि: देर रात्रि को हुई बारिश ने उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में तबाही मचाई है. जनपद टिहरी के नैलचामी क्षेत्र में भी मूसलाधार बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. ग्रामीण आनंद बिष्ट और कपिल बडोनी ने बताया कि नैलचामी के मंदार गांव के ऊपरी क्षेत्र में अतिवृष्टि होने से गनाबांज गदेरे में पानी का अत्यधिक बहाव आया है. इससे सड़क मार्ग पर मलवा आ गया है और यातायात बाधित हो गया है. पेयजल लाइन भी ध्वस्त हो गई है. अन्य किसी प्रकार के नुकसान की कोई खबर नहीं है. नैलचामा गाड़ का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है.
जाखन नदी में बाढ़: देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते नदियां ओर बरसाती नाले उफान पर हैं. सौंग, सुसुआ और जाखन नदियों का जल स्तर बढ़ गया है. जिससे नदी के किनारे रहने वाले लोगों को खतरा पैदा हो गया है. डोईवाला में सौंग नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है. वही सुसुआ नदी के किनारे रहने वाले लोग भी दहशत में हैं. जाखन नदी में तेज बहाव का पानी आने से रानीपोखरी का वैकल्पिक मार्ग बह गया है. जिससे बड़े वाहनों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है. छोटे वाहनों को नव निर्मित पुल से निकाला जा रहा है.
थानों मार्ग का सीएम धामी ने लिया जायजा: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं. थानों मार्ग पर क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवागमन को सुचारू करने के लिए शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था की जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीमें निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं कर रही हैं. विधायकगण अपने क्षेत्रों में हर स्थिति पर निगरानी कर रहे हैं. सेना से भी संपर्क में हैं. अगर हेलीकॉप्टर की अवश्यकता पड़ी तो सेना से भी मदद ली जाएगी. स्टेट के हेलीकॉप्टर को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है. निरीक्षण के दौरान विधायक उमेश शर्मा काऊ एवं गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार भी मौजूद थे.