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देहरादूनः चुनाव से पहले क्लेमेंट टाउन कैंट बोर्ड का होगा परिसीमन

क्लेमेंट टाउन छावनी परिषद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 7 वार्डों में 23 हजार से ज्यादा मतदाता हैं. बीते 5 साल पहले हुए चुनाव में लगभग एक हजार मतदाता किन्हीं कारणों से मतदाता सूची से बाहर हो गए थे. वहीं, बोर्ड परिषद की बैठक में फैसला लिया गया है कि अगले 15 दिनों के अंदर परिसीमन का ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा. जिसके बाद कोई भी व्यक्ति कार्यालय में आकर अपना सुझाव साझा कर सकता है.

क्लेमेंट टाउन कैंट बोर्ड
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Published : Nov 14, 2019, 2:55 PM IST

देहरादून: निकायों के तर्ज पर वर्ष 2020 में क्लेमेंट टाउन कैंट बोर्ड के चुनाव होने से पहले वार्डों का परिसीमन नए सिरे से किया जाएगा. बोर्ड के अंतर्गत आने वाले हर एक वार्डों की भौगोलिक स्थिति व वोटर्स की संख्या में भारी अंतर होने के चलते नए परिसीमन के आधार पर छावनी परिषद बोर्ड का चुनाव कराया जाएगा.

पढ़ें: जब कैबिनेट बैठक में 'कंडाली जैकेट' पहने पहुंचे माननीय

बता दें कि क्लेमेंट टाउन छावनी परिषद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 7 वार्डों में 23 हजार से ज्यादा मतदाता हैं. बीते 5 साल पहले हुए चुनाव में लगभग एक हजार मतदाता किन्हीं कारणों से मतदाता सूची से बाहर हो गए थे. वहीं, बोर्ड परिषद की बैठक में फैसला लिया गया है कि अगले 15 दिनों के अंदर परिसीमन का ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा. जिसके बाद कोई भी व्यक्ति कार्यालय में आकर अपना सुझाव साझा कर सकता है.

वहीं, क्लेमेंट टाउन छावनी परिषद के अंतर्गत आने वाले कुछ वार्डों में वोटरों की संख्या ढाई से तीन हजार है. कुछ वार्डों में यह संख्या एक हजार से भी कम देखी जा रही है. इसके साथ ही वार्डों की भौगोलिक स्थिति भी वार्ड वार सही नहीं बताई जा रही है. ऐसे में नए परिसीमन से वार्डों की स्थिति को एक समान बनाने की तैयारी की जा रही है. जिसके बाद कैंट बोर्ड के चुनाव संपन्ने कराए जाएंगे.

देहरादून: निकायों के तर्ज पर वर्ष 2020 में क्लेमेंट टाउन कैंट बोर्ड के चुनाव होने से पहले वार्डों का परिसीमन नए सिरे से किया जाएगा. बोर्ड के अंतर्गत आने वाले हर एक वार्डों की भौगोलिक स्थिति व वोटर्स की संख्या में भारी अंतर होने के चलते नए परिसीमन के आधार पर छावनी परिषद बोर्ड का चुनाव कराया जाएगा.

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बता दें कि क्लेमेंट टाउन छावनी परिषद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 7 वार्डों में 23 हजार से ज्यादा मतदाता हैं. बीते 5 साल पहले हुए चुनाव में लगभग एक हजार मतदाता किन्हीं कारणों से मतदाता सूची से बाहर हो गए थे. वहीं, बोर्ड परिषद की बैठक में फैसला लिया गया है कि अगले 15 दिनों के अंदर परिसीमन का ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा. जिसके बाद कोई भी व्यक्ति कार्यालय में आकर अपना सुझाव साझा कर सकता है.

वहीं, क्लेमेंट टाउन छावनी परिषद के अंतर्गत आने वाले कुछ वार्डों में वोटरों की संख्या ढाई से तीन हजार है. कुछ वार्डों में यह संख्या एक हजार से भी कम देखी जा रही है. इसके साथ ही वार्डों की भौगोलिक स्थिति भी वार्ड वार सही नहीं बताई जा रही है. ऐसे में नए परिसीमन से वार्डों की स्थिति को एक समान बनाने की तैयारी की जा रही है. जिसके बाद कैंट बोर्ड के चुनाव संपन्ने कराए जाएंगे.

Intro:summary-निकाय चुनाव की तर्ज पर क्लेमेंनटाउन कैंट बोर्ड चुनाव भी नए परिसीमन के अनुसार होंगे

देहरादून: निकायों के तर्ज पर ही वर्ष 2020 में क्लेमेंनटाउन कैंट बोर्ड के चुनाव होने से पहले वार्डों का परिसीमन नए सिरे से किया जाएगा। बोर्ड के अंतर्गत आने वाले हर एक वार्डों की भौगोलिक स्थिति व वोटर्स संख्या में भारी अंतर होने के चलते नए परिसीमन के आधार पर ही छावनी परिषद बोर्ड का चुनाव कराया जाएगा। इस मामले में बोर्ड द्वारा बैठक में फैसला लिया गया है कि अगले 15 दिनों के अंदर परिसीमन का ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा, जिसके बाद कोई भी व्यक्ति कार्यालय में आकर अपना सुझाव साझा कर सकता है।




Body:जानकारी के मुताबिक क्लेमेंट टाउन छावनी परिषद के अंतर्गत आने वाले कुछ वार्डों में जहां वोटरों की संख्या ढाई से तीन हजार है वहीं कुछ वादों में यह संख्या एक हजार से भी कम देखी जा रही है। इसके साथ ही वादों की भौगोलिक स्थिति भी वार्ड वार सही नहीं बताई जा रही है। ऐसे में नए परिसीमन के द्वारा वादों की स्थिति को एक समान बनाने के बाद ही आगामी कैंट बोर्ड के चुनाव संपन्न कराए जाएंगे।

जानकारी के मुताबिक क्लेमेंट टाउन छावनी परिषद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 7 वार्डों में 23 हजार से ज्यादा मतदाता है। बीते 5 साल पहले हुए चुनाव में लगभग एक हजार मतदाता किन्हीं कारणों से मतदान की सूची से बाहर किए गए थे। बोर्ड चुनाव के मतदाता सूची से बाहर होने वाले वोटर्स क्लेमेंनटाउन छावनी परिषद के प्रतिबंधित इलाकों में अवैध रूप से निर्माण कर रहे हैं। इस बार भी चुनाव से पहले क्षेत्र में अवैध रूप से रहने वाले मतदाताओं को मतदान की सूची से बाहर रखा जा रहा है।


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