मसूरी: देहरादून जिले के मसूरी में सोमवार 30 अक्टूबर को पुलिस और कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. पूरा मामला कांग्रेस का सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से जुड़ा हुआ था. बताया जा रहा है कि सरकार पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने मसूरी के पिक्चर पैलेस चौक पर सरकार का पुतला फूंकने का कार्यक्रम तय किया था. कांग्रेसी जैसे ही पुतला लेकर पहुंचे, तभी पुलिस ने पुतला छीनने का प्रयास किया. इसको लेकर कांग्रेसियों और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई थी.
पुलिस की इस कार्रवाई से आक्रोशित कांग्रेसियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और उन्हें लोकतंत्र का हत्यारा बताया. मसूरी शहर के कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता और कांग्रेस नेता मेघ सिंह कंडारी ने कहा कि आज सरकार ने एक बार फिर लोकतंत्र की हत्या करते हुए उनके अधिकार का हनन किया है. वो शांतिपूर्ण ढंग से पुतला दहन करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं करने दिया.
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उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनको प्रदेश सरकार का पुतला नहीं फूंकने दिया. इससे साफ है कि प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है. मसूरी में भी पिछले तीन दिनों से यह कार्यक्रम किया जाना था, लेकिन एसडीएम और पुलिस इसे रोकने पर लगी हुई थी. जिस तरह से प्रशासन और पुलिस ने भाजपा सरकार के पुतले को फूंकने से रोका, वह लोकतंत्र की हत्या की गई है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसका जवाब जनता आने वाले लोकसभा और नगर निकाय से चुनाव में बीजेपी को देगी.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी भी तरीके से विपक्ष को चुप करने के लिये उनके नेताओं को ईडी, सीबीआई आदि जांचों के नाम पर डराने की कोशिश कर रही है, परंतु उससे कुछ होना वाला नहीं है. प्रदेश में हो रहे घोटाले को लेकर कांग्रेस लगातार प्रदर्शन करती रहेगी.