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ई-रिक्शा के विरोध में उतरे सिटी बस और ऑटो संचालक, SSP को सौंपा ज्ञापन

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Published : May 5, 2019, 8:50 PM IST

दून ऑटो और सिटी बस संचालकों ने ई-रिक्शा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और एसएसपी से ई-रिक्शा का संचालन नियमों के अनुरूप चलाने की मांग की है.

ई-रिक्शा

देहरादूनः राजधानी में बेलगाम और बिना रूट के दौड़ रहे ई-रिक्शा को लेकर सिटी बस और ऑटो संचालकों ने विरोध जताया है. इसी को लेकर सिटी बस और ऑटो संचालकों ने एसएसपी को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान यूनियन ने ई-रिक्शा को शहर के मुख्य मार्गों से बाहर करने के साथ नियमों के मुताबिक संचालन करने की मांग की. वहीं, एसएसपी ने उन्हें आश्वासन देते हुए एक कमेटी गठित करने के आदेश दिए हैं.

जानकारी देते सिटी बस महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन.


दरअसल, देहरादून शहर में लगातार ई-रिक्शा की संख्या बढ़ रही है. आम जनता भी कम किराये के लालच में अब ई-रिक्शा का प्रयोग आने-जाने के लिए करने लगे है. ऐसे में बढ़ते ई-रिक्शा के कारण ऑटो और सिटी बसों को सवारी कम मिलने के कारण आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. जिसे लेकर दून ऑटो और सिटी बस संचालकों ने ई-रिक्शा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और एसएसपी से ई-रिक्शा का संचालन नियमों के अनुरूप चलाने की मांग की है.


बता दें कि जिलाधिकारी ने आरटीओ को सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक शहर के मुख्य मार्गों पर ई-रिक्शा का संचालन बंद करने के निर्देश दिए थे, लेकिन आदेश के बावजूद भी ई-रिक्शा शहर के मुख्य मार्गों पर दौड़ती नजर आ रही है. बढ़ते ई-रिक्शा के कारण अन्य रूटों पर भी सिटी बसें बंद होने की कगार पर है. दून शहर में सिटी बस के 319 परमिट में केवल 250 सिटी बसें ही चल रही है. जिसमें 70 परमिट सरेंडर कर दिए गए हैं.

ये भी पढे़ंः पिता का सपना पूरा करना चाहती है शहीद मोहनलाल की बेटी, 12वीं परीक्षा में हासिल किया पहला स्थान

वहीं, सिटी बस महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन ने बताया कि मामले को लेकर बीते कुछ दिन पहले परिवहन सचिव से मुलाकात की थी. जिसमें ई-रिक्शा के द्वारा शहर में यातायात का दबाव बढ़ने पर बात की गई थी. साथ ही कई ई-रिक्शा अवैध रूप से चल रहे हैं. जिसके बाद परिवहन सचिव ने ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एसएसपी को पत्र भेजा है. उन्होंने बताया कि यूनियन ने एसएसपी को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में ई-रिक्शा पर रोक लगाने की मांग की है.


उधर, एसएसपी ने मामले को लेकर एक कमेटी गठित की है. जिसमें एसपी ट्रैफिक को नामित किया गया है. इस कमेटी में यूनियन के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे. इस दौरान तय किया जाएगा कि ई-रिक्शा किन-किन मार्गों पर चलनी चाहिए. यह कमेटी ई-रिक्शा को हटाने के बजाय जरूरी रूटों पर संचालन कराएगी. जिससे शहर में यातायात का दबाव कम हो और उनका भी कोई नुकसान ना हो. इसके लिए एक नीति भी बनाई जा रही है.

देहरादूनः राजधानी में बेलगाम और बिना रूट के दौड़ रहे ई-रिक्शा को लेकर सिटी बस और ऑटो संचालकों ने विरोध जताया है. इसी को लेकर सिटी बस और ऑटो संचालकों ने एसएसपी को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान यूनियन ने ई-रिक्शा को शहर के मुख्य मार्गों से बाहर करने के साथ नियमों के मुताबिक संचालन करने की मांग की. वहीं, एसएसपी ने उन्हें आश्वासन देते हुए एक कमेटी गठित करने के आदेश दिए हैं.

जानकारी देते सिटी बस महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन.


दरअसल, देहरादून शहर में लगातार ई-रिक्शा की संख्या बढ़ रही है. आम जनता भी कम किराये के लालच में अब ई-रिक्शा का प्रयोग आने-जाने के लिए करने लगे है. ऐसे में बढ़ते ई-रिक्शा के कारण ऑटो और सिटी बसों को सवारी कम मिलने के कारण आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. जिसे लेकर दून ऑटो और सिटी बस संचालकों ने ई-रिक्शा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और एसएसपी से ई-रिक्शा का संचालन नियमों के अनुरूप चलाने की मांग की है.


बता दें कि जिलाधिकारी ने आरटीओ को सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक शहर के मुख्य मार्गों पर ई-रिक्शा का संचालन बंद करने के निर्देश दिए थे, लेकिन आदेश के बावजूद भी ई-रिक्शा शहर के मुख्य मार्गों पर दौड़ती नजर आ रही है. बढ़ते ई-रिक्शा के कारण अन्य रूटों पर भी सिटी बसें बंद होने की कगार पर है. दून शहर में सिटी बस के 319 परमिट में केवल 250 सिटी बसें ही चल रही है. जिसमें 70 परमिट सरेंडर कर दिए गए हैं.

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वहीं, सिटी बस महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन ने बताया कि मामले को लेकर बीते कुछ दिन पहले परिवहन सचिव से मुलाकात की थी. जिसमें ई-रिक्शा के द्वारा शहर में यातायात का दबाव बढ़ने पर बात की गई थी. साथ ही कई ई-रिक्शा अवैध रूप से चल रहे हैं. जिसके बाद परिवहन सचिव ने ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एसएसपी को पत्र भेजा है. उन्होंने बताया कि यूनियन ने एसएसपी को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में ई-रिक्शा पर रोक लगाने की मांग की है.


उधर, एसएसपी ने मामले को लेकर एक कमेटी गठित की है. जिसमें एसपी ट्रैफिक को नामित किया गया है. इस कमेटी में यूनियन के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे. इस दौरान तय किया जाएगा कि ई-रिक्शा किन-किन मार्गों पर चलनी चाहिए. यह कमेटी ई-रिक्शा को हटाने के बजाय जरूरी रूटों पर संचालन कराएगी. जिससे शहर में यातायात का दबाव कम हो और उनका भी कोई नुकसान ना हो. इसके लिए एक नीति भी बनाई जा रही है.

Intro:राजधानी में बढ़ते ई रिक्शा के चलते शहर में चल रहे सिटी बस ओर ऑटो पर खासा प्रभाव पड़ने लग गया है।जिसके चलते अब सिटी बस ओर ऑटो ने ई रिक्शा के खिलाफ उतरने की तैयारी कर ली है।जिसके चलते इन लोगो ने देहरादून एसएसपी को ज्ञापन भी सौंप दिया।और यूनियन ने ई-रिक्शा को शहर के मुख्य मार्गो से बाहर करने के साथ नियमों के अनुसार संचालन करने की मांग की है।जिसके बाद एसएसपी ने आश्वासन देते हुए एक कमेटी बनाने के आदेश दे दिए है।ओर इस कमेटी में एसपी ट्रैफ़िक के साथ यूनियन के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे और तय किया जाएगा कि ई रिक्शा किन-किन मार्गो में चलनी चाहिए। जिससे कि शहर में चलने वाले ऑटो और सिटी बसों पर किसी भी प्रकार का आर्थिक नुकसान न हो सके।


Body:शहर में दिन प्रतिदिन ई रिक्शा बढ़ते नज़र आ रहे है।और आम जनता कम किराये के लालच में अब ई रिक्शा का प्रयोग आने जाने के लिए करने लग गए है।लेकिन बढ़ते ई रिक्शा के कारण ऑटो ओर सिटी बसों को सवारी कम मिलने के कारण आर्थिक नुकसान हो रहा है। जिसके चलते दून ऑटो और सिटी बस ने ई रिक्शा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और एसएसपी से ई-रिक्शा का संचालन नियमों के अनुरूप कराने की मांग की है। हालाकी डीएम देहरादून ने आरटीओ को सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक शहर के मुख्य मार्गो पर ई रिक्शा का संचालन बंद करने के निर्देश दिए थे लेकिन आदेश के बावजूद भी ई रिक्शा शहर के मुख्य मार्गो पर दौड़ती नजर आ रही है और किसी भी प्रकार की कार्रवाई भी नहीं हुई है।बढ़ते ई रिक्शा के कारण अन्य रूटों पर भी सिटी बसें बंद होने की कगार पर है।ओर 319 परमिट में केवल 250 सिटी बस ऐसे ही चल रही है।70 परमिट सरेंडर कर दिए दिए गए हैं।


Conclusion:सिटी बस महासंघ के अध्यक्ष विजय वर्धन ने बताया कि चार पांच दिन पहले सचिव परिवहन से मुलाकात हुई थी।ओर मुलाकात के दौरान हमने ई रिक्शा शहर में बढ़ने के कारण यातायात का दबाव बढ़ रहा है।ओर यह ई रिक्शा अवैध रूप से चल रहे है।और सचिव परिवहन ने ई रिक्शा पर कार्यवाही के लिए एसएसपी को पत्र भेज दिया गया है।और उसके बाद हमने एसएसपी से मुलाकात करके ज्ञापन दिया गया।हमने मांग की है कि इन ई रिक्शा पर रोक लगाई जाए।ओर उसके बाद एसएसपी ने एक कमेटी गठित कर दी है।जिसमे एसपी ट्रैफ़िक को नामित किया गया है।और इस कमेटी में यूनियन के पद अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इस कमेटी में ई रिक्शा को हटाने के बजाय किन किन मार्गों पर चलनी चाहिए और शहर में के हटने के की वजह से यातायात का दबाव भी कम होगा क्योंकि ई रिक्शा को हटाकर किसी का भी नुकसान नहीं होना चाहिए जिसके चलते एक नीति बनाई जा रही है।ओर ई रिक्शा के कारण सिटी बसों के 4 रूट खत्म हो गए है।और ई रिक्शा को बुकिंग पर चलना चाइए।ई रिक्शा फुटकर सवारी बैठने के चक्कर मे अब कोई सवारी बसों में बैठना पसंद नही करती है।और धीरे धीरे सभी फुटकर की सवारी सिटी बसों की सवारी ख़त्म होती जा रही है।और अगर ई रिक्शा की रफ्तार इसी तरह रही तो राजधानी में सिटी बसों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।

बाइट-विजय वर्धन(अध्यक्ष, सिटीबस महासंघ)
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