डोइवाला: सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी उत्तराखंड का पहला प्लास्टिक इंजीनियर इंस्टीट्यूट है. इस संस्थान में दो नए कोर्स प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलॉजी डीपीएमटी और प्लास्टिक टेक्नोलॉजी की शुरुआत की जा रही है. जिसके लिए 5 करोड़ की लागत की आधुनिक मशीनें भी संस्थान में लगाई जा चुकी हैं. इस सत्र में दसवीं पास छात्र-छात्राएं संस्थान में एडमिशन ले सकते हैं. वहीं, यह संस्थान छात्र-छात्राओं को सौ प्रतिशत प्लेसमेंट की गारंटी भी दे रहा है.
बता दें कि डोइवाला स्थित यह संस्थान केंद्र सरकार के रसायन एवं पेट्रोलियम विभाग के अधीन है. जो प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का उत्तराखंड में पहला और देश का 32 वां संस्थान है. इस संस्थान की शुरुवात 10 जुलाई 2018 में हुई थी. जिसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय अनंत कुमार और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था.
संस्थान के प्रभारी अभिषेक राजवंश ने बताया कि प्लास्टिक इंजीनियरिंग में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए इस बार संस्थान ने 2 नए कोर्स शुरू किए गए हैं. जिसमें प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलॉजी डीपीएमटी और प्लास्टिक टेक्नोलॉजी शामिल हैं. जिनकी समय अवधि 3 वर्ष है. उन्होंने बताया कि दसवीं पास छात्र-छात्राएं भी इन कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं. साथ ही कहा कि कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम और राष्ट्रीय कौशल योग्यता के अधीन भी छात्र-छात्राओं को संस्थान में प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
अभिषेक राजवंश ने बताया कि कोर्स पूरा करने वाले छात्र-छात्राओं को 100 प्रतिशत जॉब की गारंटी प्रदान की जा रही है. नए कोर्स के लिए 30 जून से आवेदन शुरू होगें और 7 जुलाई को रिटर्न परीक्षा होगी. जिसके बाद 1 अगस्त से नया सत्र शुरू होगा. साथ ही संस्थान को सरकार की ओर से 5 करोड़ की लागत की आधुनिक मशीनें भी मिल गई है.