देहरादूनः कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर देश से लेकर प्रदेश तक सरकार मुस्तैद है. सरकार की ओर से आम जनता से गाइडलाइन का पालन करने की हिदायत दी जा रही है. लेकिन अब शहर में नई मुश्किल पैदा हो गई है. डिस्पोजल मास्क को इस्तेमाल करने के बाद लोग इसे कूड़े में फेंक रहे हैं, जो ज्यादा खतरनाक है. शुक्रवार को कारगी चौक के पास ट्रांसफर प्लांट में बच्चे कूड़े में पड़े मास्क को बीनने का काम कर रहे थे. मामले को गंभीरता से देखते हुए निगम प्रशासन ने जिम्मेदार रैम्की चेन्नई एमएसडब्ल्यू कंपनी पर लापरवाही के आरोप में 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है.
वर्तमान परिस्थितियों में कोरोना वायरस के चलते मास्क हर व्यक्ति, महिला और बच्चों का हिस्सा बन गया है. संक्रमण से बचने के लिए लोगों को मास्क पहनना जरूरी है. लेकिन कई लोग मास्क का प्रयोग करने के बाद उसे कूड़े में फेंक रहे हैं जो कूड़ा बीनने वाले की सुरक्षा के लिए खतरनाक है. हालांकि नगर निगम प्रशासन जल्द ही बायो वेस्ट बनाने की तैयारी कर रही है. लेकिन वर्तमान में इससे बड़ा खतरा है.
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नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि आज सुबह जानकारी मिली थी कि शहर का सारा कूड़ा ट्रांसफर होकर शीशमबाड़ा में जाता है. कारगी चौक के पास लगे कूड़े के ढेर में मास्क पड़े थे और उन्हें छोटे-छोटे बच्चे बीन रहे थे. जिसके चलते यह गम्भीर मामला था. ऐसे मामलों में कंपनी की जिम्मेदारी है कि इस तरह से कूड़े में मास्क न हो, इसलिए निगम प्रशासन द्वारा कंपनी पर 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है. साथ ही कंपनी को भविष्य के लिए चेतावनी दी गई है कि इस तरह के मामले सामने आते हैं तो निगम प्रशासन इससे भी ज्यादा कड़ी कार्रवाई करेगा.