देहरादूनः प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच संक्रमण से होने वाली मौतों का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है. वहीं कुछ ऐसे भी बच्चे हैं जो इस कोरोना संक्रमण के कारण अपनी मां या पिता को खो चुके हैं. कुछ बच्चे ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है. ऐसी स्थिति में राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने ऐसे बच्चों की देखभाल के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र लिखा है.
पत्र में आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने ऐसे बच्चों की सूचना चाइल्ड लाइन जिला बाल कल्याण समिति या बाल अधिकार संरक्षण आयोग को उपलब्ध कराने की मांग की है. जिससे ऐसे बच्चों की देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
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आयोग की अध्यक्ष ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से इस बात का भी निवेदन किया है, कि जिन बच्चों ने अपने माता या पिता या दोनों को ही खो दिया है. ऐसे बच्चों को हिंदू दत्तक ग्रहण अधिनियम के तहत किसी अन्य अभिभावक को गोद लेने का अधिकार दिया जाए. जो वर्तमान में जिला अधिकारी की अनुमति से संभव हो सकेगा. ऐसा करने पर उन बच्चों का भरण-पोषण और देखभाल बेहतर हो सकेगी.
वहीं दूसरी तरफ कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बाल आयोग के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से इस बात का भी आग्रह किया है कि कोविड-19 के अस्पतालों में चाइल्ड वार्ड की अलग से व्यवस्था की जाए. इससे कोरोना संक्रमित होने की स्थिति में किसी भी बालक को इलाज के लिए पर्याप्त सुविधा उपलब्ध हो सकेगी.