देहरादूनः उपनल कर्मियों के आंदोलन के मामले पर आज मुख्य सचिव की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक की गई. बैठक में उपनल कर्मियों की मांगों पर अहम फैसले लिए गए. पिछले कई महीनों से नियमतिकरण, समान काम-समान वेतन के अलावा अन्य कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे 22 हजार उपनल कर्मियों को लेकर बुधवार को मुख्यसचिव की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गईं.
बैठक में एसीएस कार्मिक सचिव राधा रतूड़ी, उपनल निदेशक ब्रिगेडियर पाहवा सहित अन्य लोग मौजद रहे. बैठक में उपनल कर्मियों की मांगों पर फैसला लेते हुए हड़ताल की वजह से किसी भी उपनल कर्मी को बिना किसी कारण के नहीं निकालने का निर्णय लिया गया.
बता दें कि हाल ही में हड़ताल पर गए उपनल कर्मियों को लेकर एक आदेश जारी किया गया था कि जो कर्मी हड़ताल पर गए थे उनकी नौकरी पर तलवार लटकेगी. हालांकि इस पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने भी पहल कर इस आदेश को वापस ले लिया था. बुधवार को भी इस फैसले पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सहमति बनी. इसके अलावा उपनल कर्मियों की समान कार्य और समान वेतन की मांग को लेकर संज्ञान लिया गया कि यह मामला न्यायालय में है.
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नियमितीकरण को लेकर बड़ा फैसला लेते हुए मुख्यसचिव ने निर्देश दिए कि पूर्व में गलत तरीके से हुए कर्मियों का नियमितीकरण निरस्त किया जाएगा. उपनल के ब्रिगेडियर निदेशक पाहवा के मुताबिक 22 हजार कर्मियों में से 5 ऐसे उपनल कर्मी चिन्हित किए गए हैं जो कि पूर्व में नियमित किए गए हैं. उनका नियमितीकरण निरस्त करने के निर्देश आज की बैठक में लिए गए हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सिडकुल सेलाकुई में 5 कर्मी गलत तरीके से नियमित किए गए थे. जिनको लेकर उपनल अब फाइल तैयार कर रहा है और जल्द ही इस मामले पर कार्रवाई हो सकती है.