देहरादून: शीतलहर के प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए सरकार अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गई है. मुख्य सचिव ओम प्रकाश की अध्यक्षता में शीतलहर से निपटने के लिए विभागों और जनपद स्तर पर की गयी तैयारियों की समीक्षा की गई. बैठक में मुख्य सचिव द्वारा प्रत्येक जिले में शीतलहर को लेकर की गई तैयारी, बनाए गए प्लान और उनके संसाधनों इत्यादि की जानकारी ली गई और सभी जिलों को शीतलहर से निपटने के लिए संसाधनों की डिमांड के बारे में भी फीडबैक लिया.
बैठक में मुख्य सचिव ने आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को प्रत्येक जनपद में संसाधनों को बढ़ाने और अतिरिक्त संसाधनों की मांग को तत्काल पूरा करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि शीतलहर के दौरान आवश्यकतानुसार जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में अलाव बढ़ाते रहेंगे और रैनबसेरों को भी आवश्यकतानुसार बढ़ाया जाएगा या उनकी क्षमता बढ़ाई जाएगी. जिन जनपदों में बर्फ के चलते सड़क जाम की समस्या आती है, वहां पर पर्याप्त मात्रा में मशीनें, जेसीबी और प्रशिक्षित कार्य बल उपलब्ध कराया जाए.
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मुख्य सचिव ने सख्त निर्देश दिए कि सभी जनपद इस बात को सुनिश्चित कर लेंगे कि शीतलहर के सीजन में उनके यहां पर्याप्त खाद्य आपूर्ति का स्टॉक उपलब्ध हो. रैनबसेरों में पर्याप्त मात्रा में कंबल उपलब्ध हों और उसमें पेयजल, शौचालय तथा पर्याप्त साफ-सफाई हो. कोविड-19 से अधिक प्रभावित मैदानी जनपदों को रैनबसेरों में अतिरिक्त कंबल की आपूर्ति की जाए. जिससे कोरोना के संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत कंबल-बिस्तर की अदला-बदली की जा सके. इसके अलावा मुख्य सचिव ने राज्य में आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए भी तथा आपात स्थिति में उनके लिए जरूरी व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.