देहरादून: सावन महीने में कई श्रद्धालु चारधाम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. यात्रा में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो इसके लिए शासन स्तर पर तमाम व्यवस्थाएं की गई है, लेकिन मानसून के कहर के सामने सारी व्यवस्थाएं फीकी नजर आ रही है. जिससे श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, शासन-प्रशासन के सामने खराब मौसम में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है.
इनदिनों प्रदेश में मानसून चरम पर है. ऐसे में आपदा जैसी स्थिति बनने का खतरा और बढ़ गया है. जिसका असर चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं पर भी पड़ रहा है. बारिश से कई संपर्क मार्गों में मलबा आने से बंद हो गई है. जो शासन-प्रशासन के दावों की पोल खोल रही है. वहीं, शासन-प्रशासन के सामने मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच चारधाम यात्रा में व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखना चुनौती बना हुआ है.
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वहीं, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि मानसून सीजन में सड़कें क्षतिग्रस्त हो जाती है. जिसकी वजह से स्थानीय लोगों और यात्रियों को काफी असुविधा होती है. इसी को देखते हुए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी की गई है, लेकिन मौसम के सही रहने पर ही हेलीकॉप्टर का संचालन संभव होता है. लोगों को सुरक्षा को लेकर डरने की जरुरत नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी और पुलिस-प्रशासन को मार्ग बाधित होने पर उसे सुचारू करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, आपदा की स्थिति में फंसे हुए यात्रियों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था करने को भी कहा गया है.