ETV Bharat / state

मौसम डाल रहा चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं में खलल, मुख्य सचिव ने दिए ये दिशा-निर्देश

प्रदेश में मानसून सीजन चरम पर है. ऐसे में आपदा की स्थिति से निपटने के लिए शासन-प्रशासन की ओर से व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है.

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह.
author img

By

Published : Jul 28, 2019, 7:47 PM IST

देहरादून: सावन महीने में कई श्रद्धालु चारधाम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. यात्रा में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो इसके लिए शासन स्तर पर तमाम व्यवस्थाएं की गई है, लेकिन मानसून के कहर के सामने सारी व्यवस्थाएं फीकी नजर आ रही है. जिससे श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, शासन-प्रशासन के सामने खराब मौसम में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है.

जानकारी देते मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह.

इनदिनों प्रदेश में मानसून चरम पर है. ऐसे में आपदा जैसी स्थिति बनने का खतरा और बढ़ गया है. जिसका असर चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं पर भी पड़ रहा है. बारिश से कई संपर्क मार्गों में मलबा आने से बंद हो गई है. जो शासन-प्रशासन के दावों की पोल खोल रही है. वहीं, शासन-प्रशासन के सामने मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच चारधाम यात्रा में व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखना चुनौती बना हुआ है.

पढ़ें-11 लाख की लागत से बना व्यायामशाला 14 साल बाद भी नहीं हुआ हैंडओवर, गिर रहे प्लास्टर

वहीं, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि मानसून सीजन में सड़कें क्षतिग्रस्त हो जाती है. जिसकी वजह से स्थानीय लोगों और यात्रियों को काफी असुविधा होती है. इसी को देखते हुए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी की गई है, लेकिन मौसम के सही रहने पर ही हेलीकॉप्टर का संचालन संभव होता है. लोगों को सुरक्षा को लेकर डरने की जरुरत नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी और पुलिस-प्रशासन को मार्ग बाधित होने पर उसे सुचारू करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, आपदा की स्थिति में फंसे हुए यात्रियों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था करने को भी कहा गया है.

देहरादून: सावन महीने में कई श्रद्धालु चारधाम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. यात्रा में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो इसके लिए शासन स्तर पर तमाम व्यवस्थाएं की गई है, लेकिन मानसून के कहर के सामने सारी व्यवस्थाएं फीकी नजर आ रही है. जिससे श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, शासन-प्रशासन के सामने खराब मौसम में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है.

जानकारी देते मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह.

इनदिनों प्रदेश में मानसून चरम पर है. ऐसे में आपदा जैसी स्थिति बनने का खतरा और बढ़ गया है. जिसका असर चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं पर भी पड़ रहा है. बारिश से कई संपर्क मार्गों में मलबा आने से बंद हो गई है. जो शासन-प्रशासन के दावों की पोल खोल रही है. वहीं, शासन-प्रशासन के सामने मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच चारधाम यात्रा में व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखना चुनौती बना हुआ है.

पढ़ें-11 लाख की लागत से बना व्यायामशाला 14 साल बाद भी नहीं हुआ हैंडओवर, गिर रहे प्लास्टर

वहीं, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि मानसून सीजन में सड़कें क्षतिग्रस्त हो जाती है. जिसकी वजह से स्थानीय लोगों और यात्रियों को काफी असुविधा होती है. इसी को देखते हुए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी की गई है, लेकिन मौसम के सही रहने पर ही हेलीकॉप्टर का संचालन संभव होता है. लोगों को सुरक्षा को लेकर डरने की जरुरत नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी और पुलिस-प्रशासन को मार्ग बाधित होने पर उसे सुचारू करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, आपदा की स्थिति में फंसे हुए यात्रियों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था करने को भी कहा गया है.

Intro:मानसून सीजन के चलते चारधाम की यात्रा भले ही धीमी पड़ गई हो लेकिन सावन महीने की वजह से रोजाना हजार से ज्यादा यात्री चारधाम के दर्शन करने आ रहे हैं। चारधाम के दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो इसके लिए शासन स्तर से तमाम व्यवस्थाएं तो की गई है लेकिन मानसून के कहर के सामने शासन की व्यवस्थाएं फीकी नजर आ रही है। और यात्रियों को पर्याप्त व्यवस्थाएं ना मिल पाने की वजह से तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मानसून सीजन समाप्त होने में अभी समय है, ऐसे में चारधाम आ रहे यात्रियों को दिक्कत ना हो इसके लिए शासन को कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत है।


Body:उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते प्रदेश के कई छेत्रो में आपदा जैसी स्तिथि बननी आम बात है, लिहाजा मानसून सीजन चल रहा है ऐसे में आपदा जैसी स्थिति बनने का खतरा और बढ़ जाता है। बावजूद इसके चारधाम की यात्रा करने आ रहे श्रद्धालुओं के लिए ना के बराबर ही व्यवस्थायें हो पायी है, ये बात हम नही कह रहे बल्कि कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से पहाड़ी क्षेत्रों के कई पुल बह गए हैं साथ ही कई सड़के क्षतिग्रस्त तो कई सड़कों पर मलबा आने से यातायात ठप हो गई है। जो शासन द्वारा चारधाम यात्रा में कई गयी व्यवस्थाओं की पोल खोलने के लिए काफी है।

वही मुख्य सचिव उत्पल कुमार का भी मानना है कि मानसून सीजन में रामसर के क्षतिग्रस्त हो जाती है, जिस वजह से स्थानीय निवासियों और बाहर से आ रहे यात्रियों को असुविधा होती है। उसी क्रम में हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की जाती है लेकिन हेलीकॉप्टर का संचालन तभी संभव है जब मौसम सही हो। और सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार का संका न हो। साथ ही बताया कि सभी जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि कोई भी यात्री अगर सड़क टूटने की वजह से कहीं फस जाता है तो उनके लिए खाने-पीने, रुकने समेत तमाम व्यवस्थाएं की जाए। और उसी तरह से आगे भी व्यवस्थाएं की जाएंगी। 

बाइट - उत्पल कुमार , मुख्य सचिव


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.