देहरादून: उत्तराखंड राज्य में कोरोना वायरस के दस्तक के बाद शासन स्तर पर बैठकों का दौर जारी है. मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक अहम बैठक बुलाई गई. बैठक में सभी जनपदों के डीएम, एसएसपी, सीएमओ, जिला पूर्ति अधिकारी और अन्य संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस की रोकथाम समेत तमाम बिन्दुओं पर चर्चा की गई.
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि सभी अधिकारियों को कोरोना वायरस से किसी भी तरह की कोई गंभीर परिस्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गये हैं. अधिकारियों को हर परिस्थिति का सामना करने से पहले वर्कप्लान तैयार करके काम करने के लिए निर्देशित किया गया है.
बैठक में मुख्य सचिव ने सभी विभागीय अधिकारियों को अपने-अपने कार्यस्थल क्षेत्र में सैनिटाइज करके काम करने के लिए निर्देशित किया है. मुख्य सचिव ने बताया कि वो जल्द ही प्राइवेट सेक्टरों में कम से कम कार्मिकों की कार्यालय में उपस्थिति के संबंध में एडवाइजरी जारी करेंगे.
मसूरी में 5 छात्रों के ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे
कोरोना वायरस को लेकर मसूरी के एक बड़े शिक्षण संस्थान के 5 छात्रों को कोरोना वायरस के लक्षण के चलते देहरादून कोरोनेशन अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. यह सभी छात्र पिछले हफ्ते फ्रांस, जर्मनी, बैंकाक और दुबई से लौटे थे. सभी छात्र तेज बुखार से पीड़ित हैं. इनके ब्लड सैंपल को जांच के लिए लैब भेजे गये हैं. हालांकि, अभी तक इनमें कोरोना वायरस पाए जाने की पुष्टि नहीं हुई है.
हरिद्वार जिला जज ने जारी की एडवाइजरी
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए हरिद्वार में भी जिला जज ने एडवाइजरी जारी कर दी है. लक्सर एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष चौधरी कुशलपाल सिंह ने बताया कि जिला जज द्वारा जारी किए गए निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि सिर्फ गम्भीर या जरूरी मामलों की ही पत्रावलियों को कोर्ट में पेश की जाएं. छोटे मामलों में अधिवक्ताओं द्वारा आगे की तारीख ली जाए, जिससे कोर्ट में वादियों की बेवजह भीड़ न बढ़े.
काशीपुर राजकीय अस्पताल में बनाई गई अलग ओपीडी
काशीपुर के एलडी भट्ट राजकीय चिकित्सालय में खांसी, जुकाम आदि के मरीजों के लिए अलग ओपीडी बना दी गई है. सीएमएस डॉ. पीके सिन्हा ने बताया कि मरीजों को अस्पताल के गेट पर रोका जा रहा है, जिसके बाद वहां तैनात कर्मियों के द्वारा मरीज को अलग ओपीडी में भेजा जा रहा है.
बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार ने सतर्कता बरतते हुए कई गतिविधियों पर रोक लगा दी है. प्रदेश में सीबीएसई के साथ-साथ तमाम अन्य कॉम्पिटिटिव एग्जाम पर भी आगामी 31 मार्च तक रोक लगा दी गई है. इसके अलावा एफआरआई के 45 प्रशिक्षु अभ्यर्थियों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. तो वहीं, मसूरी एलबीएस एकेडमी में भी एक आईएएस अधिकारी को क्वॉरेंटाइन किया गया है.