देहरादून: प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गई. इस बैठक में जिले में चयनित ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों की समीक्षा की गई. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिले के विकासखंड चकराता, कालसी, विकास नगर और सहसपुर में चयनित कुल 17 आदर्श ग्राम पंचायतों से संबंधित अधिकारियों को संबंधित ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए. साथ ही सभी विकास कार्यों की मैंपिंग अनिवार्य रूप से करने को कहा गया.
बता दें कि देहरादून में 4 विकासखंडों में कुल 17 गांव प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत चयनित हैं, जहां विकास कार्य हो रहे हैं. इसमें चकराता विकासखंड के हाजा, मलेथा, कुराड़-खनाड़-सिंचाड, सावरा, कोटा-क्वानू, बुरास्वा और मंझगांव द्वार के अलावा कालसी, ध्वैरा, ठाणा, समाल्टा-ददौली, हाजटा, सराड़ी और विकास नगर के पपड़ियान और बावनधार गांव शामिल हैं. वहीं, सहसपुर के मिसरापट्टी, कोटड़ा कल्याणपुर और वंशाीवाला ग्राम पंचायतें शामिल है. इन ग्राम पंचायतों में सड़क, सम्पर्क मार्ग, खड़ंजा, शौचालय, कूड़ा निस्तारण, आंगनबाड़ी भवन, विद्यालय, स्वास्थ्य केन्द्र, आजीविका के साधन और खेती का विकास करना शामिल है.
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वहीं, पशु पालन, पेयजल, विद्युतीकरण, बैंकिंग वित्तीय समावेश, सीएससी सेंटर, आवासीय येाजना, सोलर लाइट इत्यादि जो भी ग्राम पंचायत विकास समिति द्वारा संबंधित ग्राम पंचायत में प्रस्तावित कार्य हैं, उनको उचित गुणवत्ता, पारदर्शिता और निश्चित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, मुख्य विकास अधिकारी निकिता खंडेलवाल ने बताया कि सभी विकास कार्यों की अनिवार्य रूप से जीओ मैपिंग करने और चयनित 17 ग्राम पंचायतों में से 2 ग्राम पंचायतों को अलग से चयनित करते हुए उनको विशेष प्राथमिकता से विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही जिन गावों की अधिक जनसंख्या है वहां भूमि की अगर उपलब्धता हो, तो वहां पर बहुउद्देशीय भवन बनाए जाएं.