देहरादून: उत्तराखंड पुलिस अब स्मार्ट पुलिसिंग की राह पर चलने जा रही है. जिसके तहत पहले चरण में देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंह नगर जिलों की पुलिस को स्मार्ट बनाया जा रहा है. अब इन तीन जिलों की चीता पुलिस को शॉर्ट रेंज वेंपन दिए जा रहे हैं. लेटेस्ट मॉडल की 9 एमएम पिस्टल सेफ्टी के साथ फुल ऑटोमेटिक होंगी.
केंद्र सरकार की पुलिस मॉडर्नाइजेशन स्कीम के तहत उत्तराखंड पुलिस को करीब 6 करोड़ रुपये का बजट बीते साल मिला था. बजट में से करीब 1 करोड़ रुपये की 200 से ज्यादा शॉर्ट रेंज वेंपन पिस्टल अब चीता पुलिस को मिलने जा रही हैं. चीता पुलिस की ट्रेनिंग भी पूरी हो चुकी है. जुलाई महीने के अंत तक सभी चीता पुलिस को स्मार्ट बनाने के साथ-साथ सुरक्षा के दृष्टिकोण से पिस्टल दी जा रही हैं.
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डीआईजी सेंथिल अबुदई ने बताया कि सिटी इलाकों में तुरंत कार्रवाई की जरूरत है. इसलिए छोटे हथियार से चीता पुलिस को सहूलियत मिलेगी. भारत सरकार ने पुलिस फंड के तहत पिछले साल जो फंड दिया था, उससे तीन बड़े जिलों पौड़ी, टिहरी और नैनीताल में स्मार्ट कंट्रोल रूम बनाने का काम चल रहा है. उसी फंड के अंतर्गत छोटे हथियार यानी 9 एमएम की पिस्टल चीता पुलिस को दी जाएगी. उन्होंने बताया कि इस संबंध में चीता पुलिस को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. साथ ही कहा कि शहर के अंदर जो पुलिस कर्मी पेट्रोलिंग करते हैं, उनके पास छोटे हथियार रहेंगे, क्योंकि शहर के अंदर क्विक रिस्पांस के पैरामीटर हैं.
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