देहरादून: अगर आप दोपहिया वाहन (Two Wheeler) पर दो लोग जा रहे हैं तो अब आपके पीछे बैठे सवारी को भी हेलमेट(Helmet) अनिवार्य रूप से पहनना पड़ेगा. RTO (Regional Transport Office) प्रवर्तन टीम द्वारा सोमवार से ही शहर के मुख्य चौराहों और मुख्य सड़कों पर चेकिंग अभियान के साथ लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
RTO प्रवर्तन टीम चेकिंग अभियान के दौरान पीछे बैठे सवारी के हेलमेट नहीं पहनने पर टीम द्वारा 1000 का जुर्माना और 3 महीने के लिए DL (Driving License) जप्त किया जा रहा है. प्रवर्तन टीम ने सोमवार से अब तक 200 से अधिक लोगों पर चालान की कार्रवाई कर चुकी है.
ये भी पढ़ें: पुराने ढर्रे पर चल रहा वन महकमा, मंत्री ने नए फार्मूले को तैयार करने के दिए निर्देश
ARTO रश्मि पंत ने देहरादून के लोगों से अपील की है कि सभी दोपहिया वाहनों पर बैठने वाले दोनों लोग हेलमेट पहनें और गाड़ियों को सुरक्षित करीके से चलाएं, ताकि दुर्घटनाओं पर नियंत्रण कर सकें. हालांकि ARTO की टीम द्वारा चेकिंग अभियान के दौरान कई लोगों ने टीम को कहा है कि पहले विभाग को प्रचार-प्रसार करना चाहिए था, तब जाकर इस तरह की चालानी कार्रवाई करनी चाहिए थी.
वहीं मौके पर कई महिलाओं ने टीम के साथ चालानी कार्रवाई को लेकर बहस भी की. लेकिन टीम द्वारा मौके पर ही उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए चालान काटा गया.
ये भी पढ़ें: एसएसबी जवान की झील में डूबने से मौत, छुट्टी मनाने आया था घर
सहायक परिवहन अधिकारी, प्रशासन (Assistant Transport Officer, Administration) देहरादून रश्मि पंत ने बताया की जनपद में जनवरी 2021 से मई 2021 के बीच घटी कुल 130 दुर्घटनाओं में 96 लोग घायल हुए हैं. जिसमें 55 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इस बीच दुर्घटनाओं के मद्देनजर ऋषिकेश, नेहरू कॉलोनी, डोईवाला, पटेलनगर, रायवाला और डालनवाला थाने अधिक संवेदनशील रहे, जहां दुर्घटनाएं अधिक घटित हुईं.
दुर्घटनाओं का सर्वाधिक कारण ओवर स्पीड, रेश ड्राईविंग, सिंगल हेलमेट और गलत दिशा में वाहन चलाना रहा है. बता दें कि सर्वाधिक दुर्घटनाएं सुबह 9 से अपरान्ह 12 बजे की बीच के समय हुई हैं. जब लोग अपने कार्यालयों को जाते हैं और शाम के समय सायं 6 बजे से रात 9 बजे जब घर वापसी होती है उस समय अधिक दुर्घटनाएं घटी हैं.
ये भी पढ़ें: पहाड़ों की रानी में बादलों ने फिर तोड़ी चुप्पी, झमाझम बारिश
एआरटीओ प्रवर्तन रश्मि पंत ने बताया कि 18 जून को जिलाधिकारी ने जनपदीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली थी. वहीं जनपद में जनवरी से मई 2021 तक 55 व्यक्तियों की मृत्यु केवल देहरादून में हुई है. जिसमें 39 लोग ऐसे हैं जो दोपहिया चला रहे थे और दोपहिया वाहन से पैदल जा रहे लोगों की टक्कर लगने से मौत हुई. रश्मि पंत का कहना है कि अब बहुत जरूरी हो गया है कि दोपहिया वाहन चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. साथ ही प्रत्येक व्यक्ति जो दोपहिया वाहन के पीछे बैठा है उसे हेलमेट अनिवार्य करें.
ये भी पढ़ें: Kumbh covid test fraud: फोटो खिंचवाने से कोई आरोपी बच नहीं सकता-मदन कौशिक बोले
बता दें कि दो पहिया वाहन चलाने वाले और उसके पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट पहनने की अनिवार्यता का नियम काफी समय से है. लेकिन जागरूकता की कमी के चलते बहुत लोगों को इस बारे में जानकारी ही नहीं है. एआरटीओ प्रवर्तन का कहना है कि हमारे इस अभियान का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है.
लोगों को इस बात की जानकारी देना है कि दोपहिया वाहन चलाने वाले और उसके पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट जरूर पहनना है और अगर दो पहिया वाहन पर अगर दोनों सवारी हेलमेट नहीं पहनते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. कार्रवाई के तहत 1000 हजार रुपए का जुर्माना और 3 महीने के लिए लाइसेंस निरस्त किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: हरिद्वार लाइब्रेरी घोटाले पर बोले मदन कौशिक, खुद को बताया पाक साफ
आपको बता दें कि सड़क परिवहन मंत्रालय भारत सरकार के मुताबिक वैश्विक दृष्टि से मृत्यु का 5वां सबसे बड़ा कारण दुर्घटना है. सड़क पर होने वाली अधिकांश मौतें सिर पर चोट लगने के चलते होती हैं. यदि सिर पर हेलमेट हो तो गंभीर चोट लगने की संभावना 70 प्रतिशत कम हो जाती है. इसलिए जब भी दोपहिया वाहन चलाएं हेलमेट का इस्तेमाल जरूर करें. ये आपके जीवन की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है. इसके साथ ही आप सुनिश्चित करें की अगर आप दो लोग हैं तो आपके पीछे बैठने वाले व्यक्ति भी हेलमेट जरूर पहने.
हेलमेट पहनने के फायदे
- हादसे के समय आपका सिर ही नहीं रीढ़ की हड्डी की होती है सुरक्षा.
- सर्वाइकल स्पाइन इंजरी होने का खतरा भी होता है कम.
- दिमाग को गंभीर चोट से बचाता है हेलमेट.
- हेलमेट पहनने से आंखें की भी होती है सुरक्षा.
- हेलमेट पहनने से कान भी रहते हैं सुरक्षित.
- हेलमेट पहनने से आपका ध्यान केंद्रित रहता है.