देहरादून: मॉनसून सीजन ने भले ही चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर ब्रेक लगा दिया हो, लेकिन फिर भी रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु चारधाम की यात्रा पर पहुंच रहे हैं. हालांकि, शासन-प्रशासन चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्थाएं मुकम्मल होने के लगातार दावे कर रहा है, लेकिन मानसून सीजन में कुछ दिन की बारिश ने तैयारियों की पोल खोल कर रख दी है. पर्याप्त व्यवस्थाएं न होने के चलते तमाम यात्रियों और स्थानीय स्थानीय लोगों को सड़कें खुलने का घंटों इंतजार करना पड़ रहा है.
यूं तो उत्तराखंड राज्य अपने भौगोलिक परिस्थितियों के चलते आपदा, भूकंप, भूस्खलन जैसी तमाम विपरीत परिस्थितियों से जूझता रहता है. मानसून सीजन में आपदा और भूस्खलन जैसी तमाम परिस्थितियां बनना आम बात है. मॉनसून आ चुका है, ऐसे में चारधाम यात्रा के लिए शासन-प्रशासन द्वारा की गई तमाम व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही हैं.
पढ़ें- बारिश के चलते यात्रियों की संख्या में कमी, लंबे रूट की कई बसें की गई बंद
चारधाम की व्यवस्थाओं के सवाल पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने बताया कि यात्रियों की संख्या बहुत अच्छी है और 4 हजार के करीब श्रद्धालु रोजाना बदरीनाथ धाम के दर्शन करने आ रहे हैं. जोकि एक अच्छी संख्या है. उनका कहना है कि सड़कें दुरस्त हैं और अगर कहीं सड़कें अवरुद्ध होती हैं तो उसे बहुत जल्दी ठीक करने का प्रयास किया जाता है. अभी तक ऐसी कोई समस्या नहीं हुई है.