देहरादून: उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग को बढ़ावा दिए जाने को लेकर पर्यटन विभाग ने बीते दिन मुंबई में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम में निर्माता निर्देशकों को उत्तराखंड में शूटिंग के लिए आमंत्रित किया गया. मुंबई में हुए सम्मेलन कार्यक्रम के बाद उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को बढ़ावा दिए जाने के लिए फिल्म नीति में संशोधन करने का निर्णय लिया है.
उत्तराखंड में पर्यटकों को आकर्षित किए जाने को लेकर, पिछले महीने मुंबई में तीन दिवसीय इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर (टीटीएफ) का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के समापन के बाद ही माया नगरी मुम्बई में ही फिल्म निर्माता, निर्देशकों के साथ सम्मेलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में फिल्म जगत से जुड़े निर्माता, निर्देशकों ने राज्य की फिल्म नीति को और सरलीकरण बनाए जाने पर जोर दिया. जिससे फिल्म जगत के लोगों को उत्तराखंड में शूटिंग करने पर सब्सिडी के साथ ही तमाम अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें.
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जिसे देखते हुए पर्यटन विभाग ने फिल्म नीति में संशोधन करने का निर्णय लिया है. साथ ही इसके लिए कवायद तेज कर दी गई है. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया डोमेस्टिक पर्यटन के लिहाज से उत्तराखंड के लिए महाराष्ट्र बहुत अधिक महत्वपूर्ण है. हर साल महाराष्ट्र से लाखों की संख्या में पर्यटक उत्तराखंड पहुंचते हैं. ऐसे में महाराष्ट्र के उन लोगों को उत्तराखंड में आमंत्रित करने के लिए ट्रैवल एंड ट्रेड फेयर कार्यक्रम आयोजित किया गया.
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पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया पिछले कुछ सालों से उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग के लिए जोर दिया जा रहा है. ऐसे में यह निर्णय लिया गया है कि अधिक से अधिक निर्माता और निर्देशकों से राज्य में फिल्म शूटिंग के संबंध में बातचीत करें, ताकि वह उत्तराखंड राज्य में फिल्मों की शूटिंग के लिए आकर्षित हो. साथ ही उत्तराखंड में फिल्म नीति में संशोधन की बात कही गई. जिसके तहत ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए इंसेंटिव दिया जाना, वैट में कटौती करने समेत फिल्म शूटिंग करने आने वाले लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था को लेकर फिल्म नीति में संशोधन किया जाना प्रस्तावित है.