विकासनगर: जौनसार बावर के इष्ट देवता महासू महाराज के आगमन को लेकर ग्रामीणों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है. लोग खुश हैं कि 66 वर्षों बाद देवता का आगमन हो रहा है. ऐसे में सभी समाल्टा खत पट्टी के 9 गांव के ग्रामीण देवता के आगमन को लेकर तैयारियों में जुटे हुए हैं.
पिछले कई वर्षों से समाल्टा में महासू चालदा महाराज के लिए मंदिर निर्माण किया जा रहा था. ग्रामीणों ने मंदिर का नव निर्माण पूरा कर लिया है. वहीं, इस मौके पर करीब 50 हजार श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इसके लिए पार्किंग, सड़क और अन्य व्यवस्था करने में ग्रामीण जुटे हैं.
गांव के 85 वर्षीय बुजुर्ग नारायण सिंह ने बताया कि चालदा देवता का आगमन 1958 में समाल्टा खत पट्टी में हुआ था. तब मेरी उम्र करीब 18-20 वर्ष थी. उस समय देवता के आने को लेकर हमने देवदार के फट्टौ व बल्लियों से मंदिर तैयार किया था, लेकिन अब सभी गांव के लोगों ने मिलकर देवता के आगमन को लेकर भव्य मंदिर का निर्माण किया है. मैं खुश हूं कि मैंने अपने जीवन काल में चालदा महासू महाराज का दोबारा दर्शन कर सकूंगा.
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वही, मंदिर समिति के अध्यक्ष सरदार सिंह ने बताया कि देवता के आगमन को लेकर तैयारियां चल रही है. देवता का आगमन नवंबर 2020 में होना था, लेकिन कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते पिछले वर्ष देवता के वजीर द्वारा देवता की प्रवास यात्रा को स्थगित कर दिया गया था. देवता के प्रवास पर आने को लेकर गांव में खुशी का माहौल है. इस बार 2021 नवंबर माह में पुन: देवता का आगमन होगा, जिसको लेकर सभी तैयारियां चल रही है. देव दर्शन करने के लिए लगभग 50 हजार श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. इसको लेकर पार्किंग और अन्य व्यवस्था में क्षेत्र के ग्रामीण जुटे हुए हैं.