देहरादून: गंगोत्री नेशनल पार्क में प्रस्तावित देश के पहले स्नो लेपर्ड कंजर्वेशन सेंटर के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के सहयोग से चल रही सिक्योर हिमालय परियोजना के तहत अब उत्तराखंड को हिम तेंदुओं के संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम उठाया जाएगा. जिसके तहत भवन निर्माण की कवायद जल्द शुरू हो जाएगी. सरकार ने इस भवन निर्माण के लिए ग्राम्य विकास विभाग को कार्यदायी संस्था नामित किया है.
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने इस सेंटर के नजदीक इकोलॉजिकल रेस्टोरेशन, नेचर ट्रेल समेत दूसरे कार्यों के लिए 75 लाख रुपये की धनराशि भी मंजूर की है. इस सेंटर के बन जाने से ना सिर्फ हिम तेंदुओं के संरक्षण की दिशा में बेहतर कार्य हो सकेगा. बल्कि उत्तराखंड घूमने आने वाले सैलानियों को भी हिम तेंदुओं के बारे में विस्तृत जानकारी मिल सकेगी. इसके अतिरिक्त शोधकर्ताओं के लिए भी एक बेहतर प्लेटफॉर्म उपलब्ध हो सकेगा, जहां वो शोध कर सकेंगे.
नीदरलैंड के आर्किटेक्ट ने तैयार किया डिजाइन
गंगोत्री नेशनल पार्क के प्रवेशद्वार भैरोंघाटी में लंकापुल के नजदीक करीब तीन हजार फीट की ऊंचाई पर प्रस्तावित इस सेंटर का डिजाइन नीदरलैंड के प्रसिद्ध आर्किटेक्ट प्रो. एने फीनिस्त्रा से तैयार कराया गया है. राज्य सरकार से इस सेंटर की स्थापना को हरी झंडी मिलने के बाद इसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया था. वहां से भी इसकी मंजूरी मिल चुकी है. अब इस सेंटर की स्थापना के लिए प्रयास तेज किए गए हैं.
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वहीं, प्रमुख मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी ने बताया कि इस सेंटर के भवन निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था ग्राम्य विकास, डीपीआर तैयार कर रहा है. इसके साथ ही इस सेंटर के इर्द-गिर्द नेचर ट्रेल बनने के साथ ही वहां इकोलॉजिकल रेस्टोरेशन के कई कार्य भी किये जाने हैं.