देहरादून: साल 2017 में देहरादून के एक निजी अस्पताल में अवैध रूप से किडनी प्रत्यारोपण मामले में सीबीआई की टीम ने सरगना अमित राउत की पत्नी बुलबुल कटारिया को गिरफ्तार किया है. बता दें कि बुलबुल कटारिया पर कोर्ट में झूठे प्रमाणपत्र दाखिल करने के आरोप था. कोर्ट ने सात मई को बुलबुल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. जिसके बाद चंडीगढ़ से आई सीबीआई टीम ने देहरादून में दबिश देकर बुलबुल को गिरफ्तार कर लिया.
मामला साल 2017 का है. अमित राउत और उसकी पत्नी बुलबुल कटारिया पर किडनी की अवैध खरीद के खिलाफ कई शहरों में मुकदमे दर्ज हुए थे. एक मुकदमा चंडीगढ़ सीबीआई की स्पेशल ब्रांच ने दर्ज किया था और इस मामले में 7 मई को चंडीगढ़ कोर्ट में सुनवाई थी. लेकिन इस मामले में बुलबुल ने कोर्ट में पेश न होकर अपना मेडिकल सर्टिफिकेट कोर्ट में भेजा था. न्यायालय ने जब सर्टिफिकेट की जांच की तो वो फर्जी पाया गया, जिसके बाद बुलबुल को कई बार कोर्ट में पेश होने के लिए समन भेजा गया. न्यायालय में पेश न होने चलते कोर्ट ने बुलबुल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया.
गौर हो कि साल 2017 में देहरादून के लालतप्पड़ स्थित एक अस्पताल में अवैध रूप से किडनी प्रत्यारोपण करने के मामले में पुलिस ने अमित, उसके साथियों और एजेंटों को गिरफ्तार किया था. इस मामले में लगभग सभी की गिरफ्तारी हो चुकी है लेकिन मुख्य आरोपियों में से एक अमित का बेटा अक्षय राउत अभी भी फरार चल रहा है. अमित की पत्नी की गिरफ्तारी के लिए भी सीबीआई ने कई बार देहरादून में दबिश दी लेकिन हर बार बुलबुल फरार हो जाती थी. हालांकि, इस बार बुलबुल सीबीआई के हत्थे चढ़ ही गई. उसे गिरफ्तार कर सीबीआई अपने साथ चंडीगढ़ ले गई.