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Rishikesh IDPL आवासीय कॉलोनी में हुए हंगामे पर कार्रवाई, एक नामजद और कई अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज - हंगामा करने वाले आरोपियों की तलाश

Uproar in IDPL ऋषिकेश में वन क्षेत्राधिकारी ने आईडीपीएल निवासी एक व्यक्ति के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है. इसके साथ ही कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ भी सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है. क्या है ये पूरा मामला, पढ़िए इस खबर में. Survey of IDPL buildings

Rishikesh IDPL
ऋषिकेश समाचार
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 27, 2023, 2:36 PM IST

ऋषिकेश: कोतवाली पुलिस के मुताबिक वन क्षेत्राधिकारी देवेंद्र सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि दो दिन पहले वन विभाग की टीम आईडीपीएल के भवनों का सर्वे करने के लिए गई थी. सर्वे के दौरान वायुराज नाम के व्यक्ति ने लोगों की भावनाओं को भड़काकर भीड़ इकट्ठा कर ली. व्यक्तिगत रूप से वन विभाग की अधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार किया.

हंगामा करने वाले आरोपियों की तलाश: देवेंद्र सिंह के अनुसार गाली गलौज करते हुए सरकारी कार्य में बाधा भी डाली. इसलिए वायुराज के साथ जो अज्ञात लोग इस घटना में शामिल रहे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर मुकदमा दर्ज किया जाए. कोतवाल खुशीराम पांडे ने बताया कि पुलिस ने वायुराज के खिलाफ नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है. अज्ञात आरोपियों की पहचान के प्रयास पुलिस ने शुरू कर दिए हैं. वन क्षेत्राधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि नामजद आरोपी की जल्दी ही गिरफ्तारी की जाएगी.

क्या है मामला? दरअसल ऋषिकेश की IDPL कॉलोनी में सोमवार देर रात वन विभाग और राजस्व की टीम के पहुंचने पर फिर से हंगामा हो गया था. कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने प्रशासन पर आवास खाली करने के लिए धमकाने का आरोप लगाया था. जबकि प्रशासन ने आवास का सर्वे करने की बात कही थी.
ये भी पढ़ें: आवास बचाने सड़क पर उतरे IDPL वासी, मिला कांग्रेस का साथ, हरीश रावत ने भी बांटा 'दर्द'

कॉलोनी खाली कराने का मामला कोर्ट में विचाराधीन: गौरतलब है कि IDPL की आवासीय कॉलोनी खाली करने का मामला कोर्ट में विचाराधीन है. इसके बावजूद कॉलोनी में रहने वाले लोगों की मूलभूत सुविधा बिजली पानी से कॉलोनी के लोगों को महरूम कर दिया गया है. बिना बिजली पानी के लोग कैसे दिन और रात भरी गर्मी में काट रहे हैं, इसे आसानी से समझा जा सकता है. ऐसे हालात में वन विभाग और राजस्व की टीम पुलिस बल के साथ रात के अंधेरे में कॉलोनी पहुंची तो लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया था. लोगों ने बिजली पानी नहीं दिए जाने पर कई प्रकार के सवाल खड़े किए थे. बिना कोर्ट की इजाजत के बिजली पानी काटने पर इसे कोर्ट के स्टे के नियमों की अवहेलना भी बताया था. मौके पर अधिकारियों और लोगों के बीच गहमा गहमी भी हुई थी. लोगों ने अधिकारियों पर आवास खाली करने को लेकर धमकाने का आरोप लगाया था. इस कारण मौके पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी.
ये भी पढ़ें: टेढ़ी खीर साबित हो रहा IDPL कॉलोनी खाली करवाना, दूसरे दिन भी बैंरग लौटी प्रशासन की टीम

एसडीएम ने क्या कहा? एसडीएम योगेश मेहरा का कहना था कि आवास का सर्वे किया जा रहा था. किसी को आवास खाली करने के लिए धमकाने के आरोप बेबुनियाद हैं. एसडीएम ने बताया कि सर्वे का काम किया जाना है, इसीलिए वन विभाग और राजस्व विभाग की टीम मौके पर आई थी. लेकिन लोगों ने गलत समझ लिया. सीओ संदीप नेगी ने बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे का काम कराया जाएगा.
ये भी पढ़ें: IDPL कॉलोनी के 15 आवासों पर चला पीला पंजा, रोते-बिलखते नजर आये लोग

ऋषिकेश: कोतवाली पुलिस के मुताबिक वन क्षेत्राधिकारी देवेंद्र सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि दो दिन पहले वन विभाग की टीम आईडीपीएल के भवनों का सर्वे करने के लिए गई थी. सर्वे के दौरान वायुराज नाम के व्यक्ति ने लोगों की भावनाओं को भड़काकर भीड़ इकट्ठा कर ली. व्यक्तिगत रूप से वन विभाग की अधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार किया.

हंगामा करने वाले आरोपियों की तलाश: देवेंद्र सिंह के अनुसार गाली गलौज करते हुए सरकारी कार्य में बाधा भी डाली. इसलिए वायुराज के साथ जो अज्ञात लोग इस घटना में शामिल रहे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर मुकदमा दर्ज किया जाए. कोतवाल खुशीराम पांडे ने बताया कि पुलिस ने वायुराज के खिलाफ नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है. अज्ञात आरोपियों की पहचान के प्रयास पुलिस ने शुरू कर दिए हैं. वन क्षेत्राधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि नामजद आरोपी की जल्दी ही गिरफ्तारी की जाएगी.

क्या है मामला? दरअसल ऋषिकेश की IDPL कॉलोनी में सोमवार देर रात वन विभाग और राजस्व की टीम के पहुंचने पर फिर से हंगामा हो गया था. कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने प्रशासन पर आवास खाली करने के लिए धमकाने का आरोप लगाया था. जबकि प्रशासन ने आवास का सर्वे करने की बात कही थी.
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कॉलोनी खाली कराने का मामला कोर्ट में विचाराधीन: गौरतलब है कि IDPL की आवासीय कॉलोनी खाली करने का मामला कोर्ट में विचाराधीन है. इसके बावजूद कॉलोनी में रहने वाले लोगों की मूलभूत सुविधा बिजली पानी से कॉलोनी के लोगों को महरूम कर दिया गया है. बिना बिजली पानी के लोग कैसे दिन और रात भरी गर्मी में काट रहे हैं, इसे आसानी से समझा जा सकता है. ऐसे हालात में वन विभाग और राजस्व की टीम पुलिस बल के साथ रात के अंधेरे में कॉलोनी पहुंची तो लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया था. लोगों ने बिजली पानी नहीं दिए जाने पर कई प्रकार के सवाल खड़े किए थे. बिना कोर्ट की इजाजत के बिजली पानी काटने पर इसे कोर्ट के स्टे के नियमों की अवहेलना भी बताया था. मौके पर अधिकारियों और लोगों के बीच गहमा गहमी भी हुई थी. लोगों ने अधिकारियों पर आवास खाली करने को लेकर धमकाने का आरोप लगाया था. इस कारण मौके पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी.
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एसडीएम ने क्या कहा? एसडीएम योगेश मेहरा का कहना था कि आवास का सर्वे किया जा रहा था. किसी को आवास खाली करने के लिए धमकाने के आरोप बेबुनियाद हैं. एसडीएम ने बताया कि सर्वे का काम किया जाना है, इसीलिए वन विभाग और राजस्व विभाग की टीम मौके पर आई थी. लेकिन लोगों ने गलत समझ लिया. सीओ संदीप नेगी ने बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे का काम कराया जाएगा.
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